तेजस 'नीरा नंदन' 15 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid तेजस 'नीरा नंदन' 28 Feb 2021 · 1 min read ग़रीबी पैदा होती हैं अमीरों के घर से। ग़रीबी सिर्फ़ मैली बस्ती में नही होती, ग़रीबी सिर्फ़ टूटी फूटी कुटिया में नहीं रहती। ग़रीबी शुरू होती है सोने की चमचमाती दुकानों से। हीरे के खदानों से लोहे के... Hindi · कविता 1 2 316 Share तेजस 'नीरा नंदन' 30 Dec 2020 · 1 min read दिन "रात मेरी खुद अपनी ही तो कटती नही थी, उस पर जिंदगी मुझकों सारा दिन काटती थी। काटती थी बूढ़ी अम्मा, बिना दाँतो के अपने दिन दिन ना कटता तो... Hindi · कविता 1 290 Share तेजस 'नीरा नंदन' 30 Dec 2020 · 1 min read मेरी विकलताएँ ये पहाड़- सा बोझ लिए जो मैं युगों से फिरता हूँ, मैं चाहता हूँ कि गिर जाए... और दब जाए मेरी विकलताएँ। जिनमें से नयी कोपलें फूटे उमंगों के आशाओं... Hindi · कविता 3 3 536 Share तेजस 'नीरा नंदन' 30 Dec 2020 · 1 min read क्या चल रहा है क्या चल रहा है ? कुछ नहीं! खाली फोकट दिन ढल रहा है, और ... क्या चल रहा है ? धंधा बन्द है, बैठे बेगार काम चल रहा है, क्या... Hindi · कविता 3 4 489 Share तेजस 'नीरा नंदन' 14 Sep 2018 · 1 min read ख़िलाफ़ मुझसे होकर तो जाती है मग़र तुझसे होकर नही आती ये हवा भी मेरे #ख़िलाफ़ चलती है। सारा मोहल्ला हुआ रौशन अंधेरा मेरे घर रह गया ये रौशनी भी मेरे... Hindi · कविता 261 Share तेजस 'नीरा नंदन' 23 Aug 2018 · 1 min read कहता है धागा मेरी कलाई का कहता हैं धागा मेरी कलाई का तुम फ़र्ज़ निभाना एक भाई का। स्नेह का मोल नही मांगती मैं तुमसे बस क़ीमत मांग लेती हूं मिठाई का। वो नन्ही सी जान... Hindi · कविता 260 Share तेजस 'नीरा नंदन' 18 Aug 2018 · 1 min read नीरस कल्पना प्रथम काव्य रचना - "नीरस कल्पना" (2006) हैं नीरस जिंदगी, मुझपर भी तो तरस। सुख की वर्षा बनकर इस मरु में भी बरस। ना वृक्ष हैं ना डाल हैं निर्जीव... Hindi · कविता 236 Share तेजस 'नीरा नंदन' 21 Jul 2018 · 1 min read तमाशा देखकर ह सबका एक ही रंग... बोलने का एक ही ढंग देश इतना कब बदला तमाशा देखकर हूं दंग। कहाँ किसी को परवाह हैं सबको कुर्सी की चाह हैं पक्ष विपक्ष अप्रत्यक्ष... Hindi · कविता 453 Share तेजस 'नीरा नंदन' 23 Nov 2017 · 1 min read आख़री शिकस्त "शिखर पर" शिखर पर आकर जब सूर्यास्त होगा यही मेरी आख़री शिकस्त होगी। ना होगी माँ की ममता ना पिता का साया हर तरफ होगा उदासियों का छाया तब ख़ुद... Hindi · कविता 288 Share तेजस 'नीरा नंदन' 13 Nov 2017 · 1 min read माँ हिंदी की पुकार। माँ हिंदी की पुकार। नहीं लिखूंगा कुछ भी, आजकुछ भी नहीं सुनाने को, फर्क नहीं पड़ता आहों से मेरी अंधे,बहरे, गुलामो को । ना मातृभूमि के हो सके, ना माँ... Hindi · कविता 1 397 Share तेजस 'नीरा नंदन' 11 Nov 2017 · 1 min read मोहब्बत एक अधूरी कहानी मोहब्बत की थी शुरू हमने धीमे कदम से, डर डर के लगते थे हम सीने सनम से। एक दिन दरिया में बारिश अथाह हो गई , उनसे मोहब्बत हमें बेपनाह... Hindi · कविता 407 Share तेजस 'नीरा नंदन' 11 Nov 2017 · 1 min read नदान हूँ मैं इश्क़ के रिवाज़ो से नादान हूँ मैं इश्क़ के रिवाज़ों से, यूं रूठकर मुझे उलझाया ना करो !! बड़ी मुश्किल से संभलता है दिल, दिल तोड़ के मुझे सताया ना करो !! माना कि... Hindi · कविता 411 Share तेजस 'नीरा नंदन' 11 Nov 2017 · 1 min read जिंदगी साली सीली अपनी न रोने -धोने का कचड़ा है ,, न खाने -पीने का लफड़ा है ! न तू तू -मै मै का कचपच है ,, न आने-जाने का मचमच है ! जिंदगी... Hindi · कविता 537 Share तेजस 'नीरा नंदन' 11 Nov 2017 · 1 min read किसको लिखूं किसको लिखू? इश्क़ लिखू ! तो पहले ही बदनाम बहुत है। गम लिखूं! तो और भी काम बहुत है।। किसको लिखूं! राजनीति लिखूं! अब तो ये आम बहुत है। धर्म... Hindi · कविता 281 Share तेजस 'नीरा नंदन' 10 Nov 2017 · 1 min read कुछ कर कुछ कर ! १। उम्मीदों के घरोंदे, गिरा मुँह औंधे। घर आँख लगाए छत पर, कहता है कुछ कर ! छत पर बैठा है कागा , बांधे सिर पर कोई... Hindi · कविता 1 541 Share