Yash Tanha Shayar Hu Tag: मुक्तक 3 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Yash Tanha Shayar Hu 9 Dec 2020 · 1 min read तभी नफरत तभी नफरत होने लगी है मिठे चेहरों में किस्मत रोने लगी है हर किसी को अपनी पड़ी है तभी ज़िंदगी छोटी बड़ी है। Hindi · मुक्तक 407 Share Yash Tanha Shayar Hu 6 Jan 2020 · 1 min read अर्जमंदों के लिए अर्जमंदों के लिए कोई अजनबी नहीं होता, जो अज़ाब में पड़ा हो उसका मुवकिल होता है। वैसे तो हमारा कोई असरार है नहीं जो रहा होगा तो अश्क में बाह... Hindi · मुक्तक 1 266 Share Yash Tanha Shayar Hu 6 Jan 2020 · 1 min read तालुका तालुका तो इंसान के होते है नज़रों से तो इज़हार किया जाता है। और रिश्ते तो दिमाग में बसते है दिल से तो सिर्फ प्यार किया जाता है। हे भगवान... Hindi · मुक्तक 1 294 Share