Suryakant Dwivedi Tag: दोहा 33 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Suryakant Dwivedi 3 Jul 2024 · 1 min read दोहे दिल से दिल की बात सुन, दिल से कर विश्वास। दिल से बड़ा न बावरा, दिल से बड़ी न आस।। 2 माना मुद्दा है बड़ा, अफवाहें भी तेज़। दिल थामे... Hindi · दोहा 51 Share Suryakant Dwivedi 26 Jun 2024 · 1 min read दोहा धरती सा धीरज रखो, सूरज जैसा तेज। मन अपना आकाश हो, सागर जैसी सेज।। सूर्यकांत Hindi · Quote Writer · दोहा 48 Share Suryakant Dwivedi 24 Jun 2024 · 1 min read दोहे करते सच से सामना, दिल में रखते चोर। देखे अपने पांव को, रोवे आंगन मोर।। 2 कह न सके निज भाव को, बड़े-बड़े उस्ताद। लेते रहे वो उम्र भर, पर... Hindi · दोहा 105 Share Suryakant Dwivedi 14 Jun 2024 · 1 min read कटु दोहे कटु दोहे 1 करते हैं खुद फैसले, ये ‘बच्चे’ नादान। आहत मन किससे कहे, तात-मात महमान।। 2 राज़ी जब बीवी मियां क़ाज़ी का क्या काम। मंदिर, वेदी, शादियां, सपने सभी... Hindi · दोहा 98 Share Suryakant Dwivedi 7 Apr 2024 · 1 min read दोेहे अपनी-अपनी साधना,अपना-अपना धाम। सारे तीरथ हैं यहां, घर है जिसका नाम।। 2 सीता सम हों बेटियां, बेटा राजा राम। गुणकारी हो साधना, तब है मंगल धाम।। 3 एकाकी जीवन हुआ,... Hindi · दोहा 102 Share Suryakant Dwivedi 16 Mar 2024 · 1 min read आधुनिक दोहे 1. बच्चों को हम क्या कहें, हम सब भी नादान फुर्सत किसको है कहां, जो देखे संतान ।। 2. इच्छा रही न वंश की, शादी भी अब "खोज"। मानो सूरज... Hindi · दोहा 97 Share Suryakant Dwivedi 26 Feb 2024 · 1 min read #दोहे #दोहे 1 बदला-बदला दौर है ,बदला बदला रूप। मुद्दत से उतरी नहीं, आंगन में अब धूप।। 2 आई विपदा पूछने, कैसा मेरा हाल। बोली सुइयां घड़ी से, अद्भुत तेरी चाल।।... Hindi · दोहा 60 Share Suryakant Dwivedi 20 Feb 2024 · 1 min read एक दोहा दो रूप एक दोहा दो रूप मेघों में छिपते नहीं, करते निशिदिन काज। सूरज से हम तेज हैं, चंदा के सरताज।। 2 हम चंदा सी चाँदनी, सूरज सम हैं आग। मेघों में... Hindi · दोहा 141 Share Suryakant Dwivedi 29 Apr 2023 · 1 min read पीढियों के दोहे पीढियों के दोहे 1. बार बार मुख देखते, करते कंघी बाल। खेले, कूदे, संवरे, बदली-बदली चाल।। 2. सच सच तू दर्पण बता, कैसा मेरा रूप मैं छाया हूँ तात की,... Hindi · दोहा 181 Share Suryakant Dwivedi 28 Jan 2023 · 1 min read दोहा कुर्सी मुक्तक एक हैं, दोनों के पद चार। एक शोभित छंद करे, दूजी दे सरकार।। सूर्यकान्त Hindi · दोहा 199 Share Suryakant Dwivedi 8 Jan 2023 · 1 min read आशा निराशा *आशा* बदल बदल कर करवटें, ले सपनों की आस। आ रहा सूरज कोई, भरने को उच्छवास।। *निराशा बदल-बदल कर करवटें, करती नींद कमाल। सपनों की इस सेज पर, कुछ दिन... Hindi · दोहा 201 Share Suryakant Dwivedi 3 Jan 2023 · 1 min read दोहा साँसों की है पोटली, उसमें रंग हजार। ज्यूँ सरसो के खेत में, पीले पुष्पाहार।। सूर्यकांत Hindi · दोहा 157 Share Suryakant Dwivedi 28 Dec 2022 · 1 min read दोहा माँ है ऐसी साधना, मन्त्र, जाप संकल्प। अक्षत, रोली तात है, युग युग नहीं विकल्प।। सूर्यकांत Hindi · दोहा 1 176 Share Suryakant Dwivedi 26 Dec 2022 · 1 min read दोहा आये हम दुआओं से, गए दवा के साथ। साँसों में सपने जड़े, खाली सबके हाथ।। सूर्यकांत Hindi · दोहा 132 Share Suryakant Dwivedi 22 Dec 2022 · 1 min read दोहा बेटी बेटी कोमल फूल सी, है बगिया की शान बसती उसके नेह में, बस बाबुल की जान।। सूर्यकान्त द्विवेदी Hindi · दोहा 100 Share Suryakant Dwivedi 2 Sep 2022 · 1 min read परिवार के दोहे बेटी बेटी हमारी पूजा, कुमकुम, रोली, रंग। फिर भी उसके हाथ में, रेखाओं की जंग।। बेटा बेटा तो संकल्प है, सबका उन्नत भाल। कलावा, पान, सुपारी, कुछ बनने का थाल।।... Hindi · दोहा 282 Share Suryakant Dwivedi 25 Aug 2022 · 1 min read राधा राधा मन की बाँसुरी, मोहन अपना नूर। जो डूबा इस प्रेम में, चूर चूर बस चूर।। सूर्यकांत Hindi · दोहा 1 196 Share Suryakant Dwivedi 28 May 2022 · 1 min read दोहा मन मंदिर के सामने, खुद ही हम करतार। मगर जानते ही नहीं,क्या अपना किरदार।। सूर्यकांत द्विवेदी Hindi · दोहा 230 Share Suryakant Dwivedi 23 May 2022 · 1 min read दोहे आया सूरज पूछने, क्या मेरा है हाल । हंस कर मैं कहने लगा, दिखता तुझसे लाल।। हैरत में रवि पड़ गया, कैसे हुआ कमाल हो बारिश या धूप जब, छाता... Hindi · दोहा 340 Share Suryakant Dwivedi 23 May 2022 · 1 min read करते रहिये काम जब तक है जाने जहाँ, करते रहिये काम। बोझ बनी ज्यूँ ज़िन्दगी, घर के घर नीलाम।। सूर्यकांत द्विवेदी Hindi · दोहा 1 275 Share Suryakant Dwivedi 13 May 2022 · 1 min read हाथों में लग्नेश जाने किसके भाग से, साँसें हैं अवशेष। अभिशापों से क्यों डरें, हाथों में लग्नेश।। सूर्यकांत द्विवेदी Hindi · दोहा 103 Share Suryakant Dwivedi 13 May 2022 · 1 min read वनवासी संसार वनवासी संसार में, कौन किसी का राम। चले अकेले अवधपति, लड़ने को संग्राम।। सूर्यकांत द्विवेदी Hindi · दोहा 282 Share Suryakant Dwivedi 9 May 2022 · 1 min read माँ *दोहे* *माँ* बिना बीज होती नहीं, कभी फसल तैयार। माँ क़ुदरत का नूर है, धरती पर अवतार।। 2 हर पल चिंता वो करे, सांसें करे उधार। कागज, कलम दवात से,... Hindi · दोहा 465 Share Suryakant Dwivedi 9 May 2022 · 1 min read क्या देखें हम... क्या देखें हम क्या पढ़ें, यही समय का लोच सारा जग ज्ञानी भया, अब आगे की सोच। सूर्यकांत द्विवेदी Hindi · दोहा 893 Share Suryakant Dwivedi 9 May 2022 · 1 min read ढाई अक्षर प्रेम के ढाई अक्षर प्रेम का, लिखते सौ-सौ बार। नफ़रत के बस चार ही, सीने के उस पार।। सूर्यकांत द्विवेदी Hindi · दोहा 841 Share Suryakant Dwivedi 5 May 2022 · 1 min read गिरा आँख से आदमी मकड़ी ने जाला बुना, चींटी चढ़ी पहाड़। गिरा आँख से आदमी, नकली सभी दहाड़।। सूर्यकांत द्विवेदी Hindi · दोहा 127 Share Suryakant Dwivedi 13 Mar 2022 · 1 min read जानकी ओह जानकी भाग में, क्या तेरे संताप। हर युग में तूने सहा, ताप ताप बस ताप।। सूर्यकांत Hindi · दोहा 210 Share Suryakant Dwivedi 20 Jan 2022 · 1 min read दोहे वेश बदलते जो यहाँ, लेते नव-अवतार। आज उन्हीं की जेब में, टिकटों का संसार।। सूर्यकांत Hindi · दोहा 334 Share Suryakant Dwivedi 19 Jan 2022 · 1 min read दोहा बन दूल्हा मेंढक चला, कह मौसम का हाल। आ रही है तेज घटा, लोकतंत्र की चाल।। सूर्यकांत Hindi · दोहा 305 Share Suryakant Dwivedi 18 Jan 2022 · 1 min read दोहा मौसम के भी भाग में, जीवन सा संग्राम। कभी बारिश, धूप है, ठंड का कोहराम।। सूर्यकांत Hindi · दोहा 378 Share Suryakant Dwivedi 13 Jan 2022 · 1 min read श्रीराम राम हमारी वसीयत, कृष्ण बिहारी नूर। सत्य सनातन कोष में,धन दौलत भरपूर।। सूर्यकांत Hindi · दोहा 477 Share Suryakant Dwivedi 8 Jan 2022 · 1 min read आँसू टपके आँसू आँख से, और होंठ पर लीन। हँसते हँसते रो पड़े, जीवन के दो सीन।। सूर्यकांत द्विवेदी Hindi · दोहा 1 434 Share Suryakant Dwivedi 8 Jan 2022 · 1 min read दो दोहे दो दृष्टिकोण *आशा* बदल बदल कर करवटें, ले सपनों की आस। आ रहा सूरज कोई, भरने को उच्छवास।। *निराशा बदल-बदल कर करवटें, करती नींद कमाल। सपनों की इस सेज पर, कुछ दिन... Hindi · दोहा 272 Share