डॉ. शिव लहरी Tag: मुक्तक 5 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid डॉ. शिव लहरी 23 Apr 2022 · 1 min read पुस्तकें जिंदगी की राह की मित्र होती, पुस्तकें। भूत भविष्य वर्तमान सी होती, पुस्तकें। इनमें समाया है धरा अनन्त विज्ञान भी, मन के भावों में भी ये चेहरे सी, पुस्तकें।। पुस्तक... Hindi · मुक्तक 1 636 Share डॉ. शिव लहरी 28 Dec 2021 · 1 min read बदलता साल दिनों की ही मेहनत है नया साल बनाने में । फिर भी इल्जाम है दिनो पर इसे बदलाने में ।। बदलना होता एक दिन चाह हो कितनी भी, जिंदगी का... Hindi · मुक्तक 1 366 Share डॉ. शिव लहरी 6 Oct 2021 · 1 min read जीत कभी जीत कर भी हारता है आदमी, जीतता नहीं जिताता भी है आदमी। हार व जीत दिलों का खेल होता है, कभी हार कर भी जीतता है आदमी ।। "दो... Hindi · मुक्तक 2 340 Share डॉ. शिव लहरी 10 Jul 2021 · 1 min read ज़ख्म फ़ितरत इंसान की, भर जाते है, ज़ख्म तन के, समय के साथ। नहीं भरते है, हरे ही रह जाते है, ज़ख्म मन के, समय के साथ ।। करवट बदलते,निद्रा आ... Hindi · मुक्तक 2 514 Share डॉ. शिव लहरी 26 Jan 2019 · 1 min read बधाई गणतंत्र की लो आज गणतंत्र की बधाई। सैनिको को कोटिशः बधाई।। वतन की खुशियों के खातिर, उन परवानो ने जान गँवाई।। लो आज गणतंत्र की बधाई, लो जनो, लो गणों बधाई। पर... Hindi · मुक्तक 1 360 Share