डॉ शिखा कौशिक नूतन Tag: मुक्तक 3 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid डॉ शिखा कौशिक नूतन 4 Sep 2021 · 1 min read तालिबान स्त्री होना कब, कहां आसान है? हर देश, नगर, समाज, घर में एक तालिबान है. - नूतन Hindi · मुक्तक 2 429 Share डॉ शिखा कौशिक नूतन 1 Sep 2021 · 1 min read हिंसा की परिभाषा तेरी हिंसा गलत मेरी हिंसा सही हिंसा की यह परिभाषा तो सही नहीं. Hindi · मुक्तक 2 2 505 Share डॉ शिखा कौशिक नूतन 24 Aug 2021 · 1 min read पीड़ा - क्षणिका मानव जीवन की पीड़ा, काटे लालच का कीड़ा - नूतन Hindi · मुक्तक 1 298 Share