प्रणव मिश्र 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid प्रणव मिश्र 16 Jul 2016 · 1 min read ग़ज़ल शाइर से शाइर जलने लगे हैं । खूँ के वो भूँके दिखने लगे हैं । यारों हमको भी जलना पड़ा है। उनकी खातिर जो लिखने लगे हैं । रुकते रुकते... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 323 Share