Shailendra Bhatia Tag: कविता 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Shailendra Bhatia 24 Jan 2017 · 1 min read आजकल हवा बदली है आजकल हवा बदली है *********** आजकल हवा बदली है हवा में कुछ घुल गया है मनुष्य के विकास के कण अब धरती से उठकर आसमान में उड़ने लगे हैं काले... Hindi · कविता 292 Share Shailendra Bhatia 24 Jan 2017 · 1 min read बेटियां भ्रूण है बेटियां भ्रूण हैं ********** बेटियां भ्रूण हैं चौखट हैं पर्दा हैं ख़ानदान हैं इज्जत हैं दहेज हैं और अल्ट्रासाउंड में दिखने वाला धब्बा. फिर आकाश में उड़ने वाली कल्पना, सुनीता... Hindi · कविता 296 Share