Saurabh Satarsh 3 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Saurabh Satarsh 12 Apr 2017 · 1 min read ★तृष्णा★ कैसा लगता है? जब वर्षों बाद अचानक, वो मिल जाए, जिसे पाने की , असंख्य मिन्नतें व्यर्थ हुई हो। जो दिल के एक कोने पर, दखल कर, उसे खाली छोड़... Hindi · कविता 1 794 Share Saurabh Satarsh 14 Mar 2017 · 1 min read ★बेपरवाह नदी★ ★बेपरवाह नदी★ मुक्त हूँ, उन्मुक्त हूँ मैं, स्वछन्द हूँ, स्वतंत्र हूँ मैं, वो अक्सर बड़बड़ाती है। परिदों सा परवाज़ चाहती है, पर वो भी असीम कहां? उसकी ये बेतरतीब बातें,... Hindi · कविता 1 296 Share Saurabh Satarsh 14 Mar 2017 · 2 min read ★मैरिज हॉल★ ★मैरिज हॉल★ पीढ़ियों से, शादी-ब्याह का उत्तरदायित्व, बूढ़े आंगन के ऊपर ही था। घर के हर सुख-दुःख का, एकलौता साक्षी था ज्यादा तो नही पर, पिता के पिता के पिता... Hindi · कविता 1 345 Share