Sarita Khowala 3 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Sarita Khowala 23 Feb 2018 · 1 min read संवेदना संवेदना एक शब्द मजबूर कर देता गढ़ जाता अल्फाजों को कुछ सुलझे कुछ अनसुलझे पलों को पीछे होती हैं यादें उन क्षणों की महसूस किया था जिन पलों को कभी... Hindi · कविता 476 Share Sarita Khowala 28 Jan 2017 · 2 min read सर्द अँधेरी रात सन्नाटे को चीरती हमारी मोटरसाईकिल जब हाईवे पे बाकी वाहनों को मात दे रात की कालिमा को अपनी तेज रफ्तार से चिढा रही थी.... सर्द चीरती हवा हमारे ओवरकोट को... Hindi · कविता 278 Share Sarita Khowala 28 Jan 2017 · 1 min read जकड़ा भारत जंजीरों में जकड़ा भारत आंसू अविरल बहाता है, मुक्त हुआ गोरों से तो अपनो से कुचला जाता है।१ खण्ड खण्ड विघटित हो जाति- धर्म-समुदायों में, खो रहा गरिमा को अपनी... Hindi · कविता 307 Share