Sajan Murarka Tag: मुक्तक 3 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Sajan Murarka 20 Jan 2017 · 1 min read मुक्तक बुढ़ापे में जो नज़र कमज़ोर हो गई अफ़सोष सब की नीगह पलट गई हर चीज़ पुछता हूं,उलझी सी नज़र उजली सहर जैसे अंधेरी रात हो गई सजन Hindi · मुक्तक 463 Share Sajan Murarka 19 Jan 2017 · 1 min read मुक्तक बहुत उदास हूं थोड़ा मन बहला दो ना बहुत ज़्यादा नहीं थोड़ा समझा दो ना थक कर सो जाऊं सपने में यों ही कहीं वह छोटी सी गोद माँ की... Hindi · मुक्तक 433 Share Sajan Murarka 18 Jan 2017 · 1 min read मुक्तक जब शहर की उदास सी चुप-चाप शाम देखता हूं गांव में चिड़ियों का चहकना खूब याद करता हूं अब उदास फिरता हूं इस शहरी पक्के रास्तों में गांव की पगडंडी... Hindi · मुक्तक 267 Share