साहेबलाल दशरिये सरल Tag: मुक्तक 22 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid साहेबलाल दशरिये सरल 21 Sep 2017 · 2 min read हास्य मनहरण* *हास्य मनहरण* *1. वादे की मनहरण* सही तो हमेशा भाई , बिल्कुल रहेगा सही, सही काम में न कोई, बाधा होना चाहिये।। मुझे जो पसन्द है तो, तुझे भी पसन्द... Hindi · मुक्तक 663 Share साहेबलाल दशरिये सरल 14 Mar 2017 · 2 min read होली के छंद *होली के छंद* 1 मस्ती का त्यौहार आया, प्रेम की बहार लाया, देखो दिलवालों की है, गली गली टोली रे।। हरा पीला लाल लाल, हाथों में ले के गुलाल दिल... Hindi · मुक्तक 799 Share साहेबलाल दशरिये सरल 9 Feb 2017 · 1 min read जनप्रतिनिधि की स्तुति जनप्रतिनिधि की स्तुति प्रभु वर दे ही देना, मान वाला पान मिले मानदान वाली पानदान मुझे दीजिये।। अमर हमेशा रहे नाम दुनिया में मेरा ऐसा भगवान वरदान मुझे दीजिये।। सब... Hindi · मुक्तक 304 Share साहेबलाल दशरिये सरल 3 Feb 2017 · 1 min read फ्रेंड की मनहरण बोला डाकटर डांटकर के मरीज से कि, चेस्ट पेन में तो बेड रेस्ट होना चाहिये।। लाइक का लाइफ में बाइक की राइड में डाइट की बाइट में टेस्ट होना चाहिये।।... Hindi · मुक्तक 324 Share साहेबलाल दशरिये सरल 27 Jan 2017 · 1 min read विद्यासागर जी पर मनहरण छंद 1 विद्यासागर मनहरण वर्तमान वर्धमान, विद्यासागर को जान, रखे आज विद्यमान, धीर महावीर का।। बने सुधी साधो सम, व्रत नित्यप्रति कर्म, नीति न्याय त्याग तप, वीर महावीर का।। करुणा के... Hindi · मुक्तक 1 1 350 Share साहेबलाल दशरिये सरल 27 Jan 2017 · 1 min read सरल सी बात *क्या हो रहा है- भाई भाई के बीच सम्बन्ध विच्छेद हो गया है। सीधी सच्ची बात पर भी मतभेद हो गया है।। बात मत करो आयने की, मायने की, पैमाने... Hindi · मुक्तक 394 Share साहेबलाल दशरिये सरल 27 Jan 2017 · 1 min read संकल्पों की मनहरण काले काले गोरे गोरे, गोरे गोरे काले लोग। गोरे गोरे दिखे काम, करे काले पीले है।। संकल्पों मे स्वारथ की, राजनीति वो तो करे, होते नीले पीले काले, बड़े जहरीले... Hindi · मुक्तक 401 Share साहेबलाल दशरिये सरल 27 Jan 2017 · 1 min read आपकी ही मनहरण आप की ही जय होगी, आप की विजय होगी, आप ही का देश है ये, हम तो गुलाम है।। आप जो कहोगे वही , होगा यहां पर सही, आप ही... Hindi · मुक्तक 277 Share साहेबलाल दशरिये सरल 27 Jan 2017 · 1 min read समाचार की मनहरण (व्यंग रचना) चित्र का चरित्र आज, लगता विचित्र आज दर्द में भी मित्र आज, जोर की खबर है। चाहे मरे कोई जिए, जीना चैनल के लिए भेद करनी में किये, दौर की... Hindi · मुक्तक 246 Share साहेबलाल दशरिये सरल 27 Jan 2017 · 1 min read गोवर्धन वंदना (व्यंग रचना) दुष्टों की ही जय आज दुष्टों की विजय आज दुष्ट पापियों से देश आजाद कराइये।। संकटो का काल अब जनता बेहाल सब गिरधारी गोवर्धन आइये उठाइये।। दुष्प्रचार करके जो बनते... Hindi · मुक्तक 240 Share साहेबलाल दशरिये सरल 27 Jan 2017 · 1 min read एडमिन की विवशता पर जलहरण बोलते हमेशा यही लिखते नहीं हो सही चले जाओ और कहीं ग्रुप मेरा छोड़कर।। आपद ने आज घेरा सर न खपाओ मेरा अपना हटाओ डेरा सारे नाते तोड़ कर।। मैंने... Hindi · मुक्तक 323 Share साहेबलाल दशरिये सरल 27 Jan 2017 · 1 min read मेडिकेटेड घनाक्षरी पिओगे गिलास चार पानी सुबह रोज यार होगी सारी व्याधि आधी बात मेरी मानना। किलोमीटर चार हो सुबह की बयार हो लेके चलो चार साथी बात मेरी मानना। नियम बना... Hindi · मुक्तक 292 Share साहेबलाल दशरिये सरल 27 Jan 2017 · 1 min read चापलूसी की रूपहरण चापलूसी चमचाई, हो गई है आज भाई, चोरों का ही ऊँचा आगे, हो गया है किरदार। झूठ बोलने ही वाला, खायेगा पूरा निवाला, जन्मसिद्ध उसने ही, पा लिया है अधिकार।... Hindi · मुक्तक 507 Share साहेबलाल दशरिये सरल 27 Jan 2017 · 1 min read संविधान की मनहरण संविधान देश का है मानता विधान नहीं उनका सम्मान तुम्हे छोड़ देना चाहिये। लेखनी की धार जरा और जोरदार बने लेखनी की धार अब मोड़ देना चाहिये। देश के खिलाफ... Hindi · मुक्तक 220 Share साहेबलाल दशरिये सरल 27 Jan 2017 · 1 min read जीत की मनहरण समता समानता का देश में विकास रहे, भाईचारे वाली आज बानी लिख दीजिये।। शोषितों को पीड़ितों को करते प्रताड़ित जो, उनके खिलाफ मनमानी लिख दीजिये।। जुग जुग याद रखे तुमको... Hindi · मुक्तक 543 Share साहेबलाल दशरिये सरल 27 Jan 2017 · 1 min read गणेश जी की स्तुति पान फूल मेवा जो चढ़ावें गणपति जी को मन की मुरादें फिर मनचाही पाया है।। अंधन को आँख देवे कोढ़िन को काया जो बाँझन को पुत्र देवे निरधन को माया... Hindi · मुक्तक 514 Share साहेबलाल दशरिये सरल 27 Jan 2017 · 1 min read बातों में ही दम भी है बातों से ही ज्ञान बढे पंगू भी पहाड़ चढ़े बातों से ही हल होता बातों का सवाल है।। तोलो मोलो फिर बोलो जहर यूँ ही न घोलो वरना कहर होगा... Hindi · मुक्तक 219 Share साहेबलाल दशरिये सरल 27 Jan 2017 · 1 min read शुभ हो दिवाली शुभ हो दिवाली अब सुखी परिवार सब रब से गुजारिश कि साल बेमिशाल हो।। नाश अंधकार का हो मन के विकार का हो माता लक्ष्मी कृपा करे सब मालामाल हो।।... Hindi · मुक्तक 234 Share साहेबलाल दशरिये सरल 27 Jan 2017 · 1 min read पीना न शराब ही खुशियाँ ही लेना देना दुःख में चना चबेना गम चाहे पी ही लेना पीना न शराब ही।। डर नहीं जाना तुम मर नहीं जाना तुम कर नहीं जाना तुम नाम... Hindi · मुक्तक 245 Share साहेबलाल दशरिये सरल 27 Jan 2017 · 1 min read कौवे सी चेष्टा कौवे सी ही चेष्टा हो बगुला सा ध्यान रहे खोज में हरेक रोज रहना बेताब है।। श्वान वाली नींद सोओ और अल्पाहार लेओ गृह त्याग करने से पा ही लोगे... Hindi · मुक्तक 505 Share साहेबलाल दशरिये सरल 27 Jan 2017 · 1 min read सरस्वती वंदना हंस पे सवार माता ज्ञान का प्रसार दे माँ गले में स्वर वार माँ श्रोताओं में वाह दे।। मन में उमंग जागे संग में तरंग जागे मन मोर बन नाचे... Hindi · मुक्तक 986 Share साहेबलाल दशरिये सरल 26 Jan 2017 · 2 min read सरल की घनाक्षरी 1 समाचार की मनहरण चित्र का चरित्र आज, लगता विचित्र आज दर्द में भी मित्र आज, जोर की खबर है। चाहे मरे कोई जिए, जीना चैनल के लिए भेद करनी... Hindi · मुक्तक 462 Share