Sachin Yadav 3 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Sachin Yadav 30 Jan 2017 · 1 min read मुक्तक जब तेरी याद आती है , मैं हर गम भूल जाता हूँ . ऐ दोस्त बड़ा खूबसूरत है शहर तेरा , मैं यहाँ हर रोज आता हूँ . कहता है... Hindi · मुक्तक 514 Share Sachin Yadav 28 Jan 2017 · 1 min read मेरा वतन दिलो जान से चाहता हूँ मैं अपने वतन को , छीन नही सकता कोई मुझसे मेरे इस चमन को, लूटता है वतन को वही जो अनजान होता है, गाली देता... Hindi · शेर 574 Share Sachin Yadav 22 Jan 2017 · 1 min read भयानक स्वप्न सूनी सूनी राहों पर देखा ,बड़ा क्रूर था मंजर वो, अपनी ही बेटी के सीने में ,भोक रहा था खंजर वो। देख के उसकी मानसिकता,दया आ गयी मुझको, मैं बोला... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 580 Share