S Kumar Tag: कविता 6 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid S Kumar 6 Aug 2017 · 1 min read प्यार किसी के साथ सपने देखना प्यार नहीं किसी के सपनों को पूरा करना प्यार है ।। सिर्फ किसी के साथ जीना प्यार नहीं, किसी से दूर होकर, उसे खुद में... Hindi · कविता 1 874 Share S Kumar 14 May 2017 · 1 min read जमाने की पोल... हरियाणवी रागनी ढ़के हैं तो ढ़के रहण दे, तू ढ़के रहण दे ढ़ोल ना खुलवावे तू ना खुलवावे, र जमाने की पोल बात चाल पड़ी तो र मैं बात सारी बोलूँगा बेशक... Hindi · कविता 1 610 Share S Kumar 23 Apr 2017 · 2 min read मुझे फूल नहीं, कांटा बनना है सच ही तो कहतें हैं, बाग में सबसे पहले वही फूल टूटता है, जो सबसे खूबसूरत हो । कुछ फूल होते हैं ऐसे, जिनके साथ काटें होते हैं वो काटें... Hindi · कविता 506 Share S Kumar 9 Mar 2017 · 2 min read बहुत याद आते हैं वो दिन एक लड़की पर उसके प्रेमी ने तेजाब फेकां । कुछ महीनों बाद लड़की ने उस लड़के को एक पत्र लिखा, कुछ इस तरह.... बहुत याद आते है अब वो दिन,... Hindi · कविता 1 976 Share S Kumar 1 Mar 2017 · 1 min read मैं बाट देखूंगा तेरी (मैं इंतजार करूँगा तेरा) आज तो तू मज़बूरी का बहाना बना के चाल पड़ी, एक दिन खुद लौट के आवेगी, मैं बाट देखूंगा तेरी आज कदर नहीं तेने प्यार की, पर प्यार के हो... Hindi · कविता 290 Share S Kumar 17 Feb 2017 · 2 min read मैं और मेरा भगवान मैं उस भगवान को नहीं मानता जो किसी मंदिर या मजार में एक पत्थर में रूप लिए बैठा है । मैं उस भगवान को मानता हूँ जिसनें मुझे ये दुनियां... Hindi · कविता 1 435 Share