सतीश तिवारी 'सरस' Tag: दोहा 3 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid सतीश तिवारी 'सरस' 16 Feb 2024 · 1 min read पुच्छल दोहा (1) जीवन अपना वेद सम,किन्तु गुज़रता व्यर्थ। है जीवन का मर्म क्या,ढूँढ़ न पाते अर्थ।। (2) भरा बंधु हर वेद में,जग का सारा ज्ञान। कहते ऐसा संतजन,हरदम करते गान।। (3)... Poetry Writing Challenge-2 · दोहा 1 89 Share सतीश तिवारी 'सरस' 14 May 2017 · 1 min read माँ तो माँ है...... *मातृ दिवस की हार्दिक शुभकामनाओं के साथ प्रस्तुत हैं कुछ दोहे....*?? माँ तो माँ होती सरस,खटती दिन अरु रात। सुखी हो सुत इस वास्ते,कष्ट स्वयं सह जात।। ००० बेटे को... Hindi · दोहा 583 Share सतीश तिवारी 'सरस' 9 Mar 2017 · 1 min read उर का कान्हा..... *चंद दोहे* कठिन स्वयं को जानना,सचमुच मेरे मीत. बिनु जाने ख़ुद को सरस,मिले न दुख पर जीत. ००० कौन है अपना दोस्तो,कौन पराया यार. आता ना हमको समझ,लोगों का व्यवहार.... Hindi · दोहा 487 Share