डॉ.सतगुरु प्रेमी Tag: कविता 8 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid डॉ.सतगुरु प्रेमी 11 Nov 2022 · 2 min read अवधी कविता *द्याखौ को हुवै परधान भला* द्याखौ को हुवै परधान भला। जे कबहूं ना मुंहि ते बोले उइ बढ़िकै हाथु मिलाय रहें, जे कबहूं ना पयलगी किहिन उइ पांयन परि चिल्लाय... Hindi · कविता 1 187 Share डॉ.सतगुरु प्रेमी 21 Nov 2021 · 1 min read उइ घर के जिम्मेदार हवैं उइ घर के जिम्मेदार हवैं। कोई गाना गावै का मतलब, कोउ मुंह मटकावै का मतलब, कोई नाक कटावै का मतलब, तुम्हरी खातिन बेकार हवैं। उइ घर के जिम्मेदार हवैं।। तुम... Hindi · कविता 1 403 Share डॉ.सतगुरु प्रेमी 4 Feb 2021 · 1 min read गजल थी जिन्दगी किसी की याद में मैं इस कदर भूला जमाने को।। बताऊं तो तुम्हें कैसे रहा अब क्या बताने को।। लगी थी चोट दिल में पर दवा सिर में लगाता हूं।... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 6 54 525 Share डॉ.सतगुरु प्रेमी 12 Jan 2021 · 1 min read कोरोना जागरूकता अवधी गीत आयी महामारी मत घबराव। करो ना लापरवाही ।। कोरोना के संकरमन से व्याकुल दुनिया सारी, धीरे-धीरे फैल गई जन-जन में यह बीमारी, जागो जागो जागरूक बनाव।करो ना लापरवाही।। बिना काम... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 11 18 833 Share डॉ.सतगुरु प्रेमी 18 Jan 2017 · 1 min read बढ़िया पकड़ावति लीक नहीं बढ़िया पकड़ावति लीक नहीं । जबते यहु देशु अजाद भवा, हमका नहि लाग अबाद भवा, पर भीतर ते बरबाद भवा, हमका तौ मिला कोउ ठीक नहीं । बढ़िया पकड़वति लीक... Hindi · कविता 1 460 Share डॉ.सतगुरु प्रेमी 16 Jan 2017 · 1 min read वो बेटियाँ ही हैं वो बेटियाँ ही हैं हमें जीना सिखातीं । जिन्दगी-मौत के संघर्ष में, पल रहीं कांटों के मध्य हर्ष में, तीब्र गति से लक्ष्य पर वो बढ़ रहीं हैं, कामयाबी के... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 1 656 Share डॉ.सतगुरु प्रेमी 15 Jan 2017 · 1 min read सब आपनि-आपनि गाय रहें सब आपनि-आपनि गाय रहें । दुनिया का यहै दस्तूर हवै, सबही का नोट कपूर हवै, मनई बिन पूंछ लंगूर हवै, जब द्याखौ गाल बजाय रहें । सब आपनि-आपनि गाय रहें... Hindi · कविता 1 412 Share डॉ.सतगुरु प्रेमी 13 Jan 2017 · 1 min read बिरवा कहिसि हमका यहु गर्व हवै बहुतै अपना तन तोहि लुटाइत है। जब भूख ते व्याकुल आयौ कबो, हम आपनि डाल लचाइत है। तुम्हरे जब घामु लगै कसिकै, हंसिकै हमही जुड़वाइत है।... Hindi · कविता 2 602 Share