Rishikant Rao Shikhare Tag: लेख 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Rishikant Rao Shikhare 8 May 2018 · 1 min read परिण्य- सूत्र खत्म हुआ इंतजार सारा इक घड़ी आने वाली है, उन हथेलियों पे मेहंदी सजने वाली है। महक फैला रहे है जो गुलाब अपनी खुशबू से, न तोड़ो उन शाखाओं को... Hindi · लेख 1 479 Share Rishikant Rao Shikhare 20 Mar 2017 · 1 min read समय का सदुपयोग करो। एक सेकेण्ड जो मौत से बचा हो। एक मिनट जिनकी ट्रेन छूट गयी हो। एक घंटे जो किसी का इंतज़ार किया हो। एक दिन जो पीड़ा के मारे दर्द से... Hindi · लेख 1 281 Share