Rajpal Singh Gulia Tag: कुण्डलिया 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Rajpal Singh Gulia 11 Sep 2018 · 1 min read कुण्डलियाँ 1. जन्नत जिनका खाब है , हूरें जिनकी चाह , खाकर धर्म अफ़ीम वो , चलते टेढ़ी राह . चलते टेढ़ी राह , खाब हो पूरा कैसे , करें अमन... Hindi · कुण्डलिया 348 Share Rajpal Singh Gulia 24 Feb 2017 · 1 min read कुण्डलियाँ पैसे बिन संसार में , हुआ नहीं कुछ काम . मोल लिया है बैर भी , देकर उनको दाम . देकर उनको दाम , बनाया दुश्मन जानी . नहीं किसी... Hindi · कुण्डलिया 1 643 Share