रामबन्धु वत्स Tag: कविता 4 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid रामबन्धु वत्स 5 Mar 2017 · 1 min read उपहार ' मैं तुम्हारे प्यार में पलता रहूँ ' -- तो ठीक होगा । ज़िन्दगी अभिशप्त थी, खामोशी थी प्यासी-जवानी, अश्रु-कण जब लिख रहे थे, वेदनाओं की कहानी, प्राण ! तुम... Hindi · कविता 1 381 Share रामबन्धु वत्स 29 Jan 2017 · 1 min read आज किस बेटी की बारी है हर माँ-बाप का मन भारी है, आज किस बेटी की बारी है I घर से निकली प्यारी अपने सपनों के साथ, पता नहीं कब क्या होगा उसके साथ I कानों... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 595 Share रामबन्धु वत्स 29 Jan 2017 · 1 min read अंतिम यात्रा पति के मौत के तीन दिन बाद ही पत्नी की भी मौत हो जाती है । उसकी मौत मानो एक संदेश है । उड चुका था वह पंक्षी, जो वर्षो... Hindi · कविता 489 Share रामबन्धु वत्स 29 Jan 2017 · 1 min read मिलन की आस " कैनवास की उकेरी रेखाऐं, बड़ी नादान हो तुम, मुस्कुराती भी हो, मचलती भी हो, इंद्रधनुष के सतरंगी बुँदो की तरह । तुम एक नज़रिया हो, किसी चित्रकार की.... बस,... Hindi · कविता 758 Share