Priyanshu Kushwaha Tag: ग़ज़ल/गीतिका 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Priyanshu Kushwaha 1 May 2017 · 1 min read इंसानों की बस्ती इंसानों की बस्ती में अब हैवानों का पहरा है,, नफरत का रंग अबकी यहाँ बहुत गहरा है,, ईर्ष्या की नदियाँ तो जोरो-शोरों से बहती हैं,, प्रीत का पानी जरुर, कहीं-न-कहीं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 576 Share