प्रीतम श्रावस्तवी Tag: कुण्डलिया 7 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid प्रीतम श्रावस्तवी 14 Apr 2021 · 1 min read कुंडलियाँ -----कुंडलियाँ----- लड़िके आवारा भएँ, सिक्षक भें बेहाल। हे भैया! स्कूल अब, खोलि देउ तत्काल।। खोलि देउ तत्काल, न देरी तनिक लगावो। लड़िकन का बदमास, उचक्का नाहिं बनावो।। कह प्रीतम कविराय,... Hindi · कुण्डलिया 541 Share प्रीतम श्रावस्तवी 7 May 2019 · 1 min read कुण्डलियाँ ------कुण्डलियाँ---- चौसर बिछी चुनाव की, लगी सियासी दाँव। प्यादे चौकन्ने हुए, न कोई खींचे पाँव।। न कोई खींचे पाँव, करें सब चौकीदारी। जनमत की हो रही, यहाँ पर साझेदारी। कह... Hindi · कुण्डलिया 263 Share प्रीतम श्रावस्तवी 9 Mar 2019 · 1 min read कुण्डलियाँ रोज बढातीं नारियाँ पुरुषों का ---*सम्मान । फिर भी ये क्यों सह सह रहीं, पग पग पर अपमान ।। पग पग पर अपमान, पीर न जाने कोय। दुर्गा शारद पार्वती,... Hindi · कुण्डलिया 254 Share प्रीतम श्रावस्तवी 18 Sep 2017 · 1 min read कुण्डलियाँ कुण्डलियाँ छंद *************** नफ़रत का अब घुल गया, धुआँ अनिल में आज। प्रेम मिटा कर हो गया, गंदा आज समाज।। गंदा आज समाज,घर- घर हुए आतंकी। कानून करता है, जनता... Hindi · कुण्डलिया 349 Share प्रीतम श्रावस्तवी 7 Sep 2017 · 1 min read कुण्डलियाँ (बाबा राम रहीम) सत्तसंग के आंड़ में, करते थे व्यभिचार । दिन में गुरू बन कर रहें, रात बनें दिलदार ।। रात बने दिलदार,करें सुरा सुंदरी भोग । जन-जन को ठग रहे, सिखला... Hindi · कुण्डलिया 368 Share प्रीतम श्रावस्तवी 12 May 2017 · 1 min read मूर्खता ----***---- मानव की यह मूर्खता, समझे तनिको नाहि। ईश्वर घट में रम रहा, खोजै मंंदिर माहि ।। खोजै मंंदिर माहि , करै नित नित झाडू पोंछा मन में कतनी गंदगी,... Hindi · कुण्डलिया 266 Share प्रीतम श्रावस्तवी 11 May 2017 · 1 min read ज्ञान तू है प्राण तू है ज्ञान तू है प्राण तू है तू बिशुद्ध है आत्मा है दिया ये ज्ञान सबको एक है परमात्मा एक ही सागर के हैं हम बूंद सारे प्राणी भी कष्ट सबका... Hindi · कुण्डलिया 538 Share