Prabhanshu kumar 4 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Prabhanshu kumar 6 Apr 2017 · 1 min read मॉ -----मॉ---- मॉ लौट आउंगा सॉझ तले अभी जाना है करम के युद क्षेञ में लौट आउंगा तरकारी ठंडी होने से पहले आैर खाऊंगा तवे से उतरे तेरे हाथ के गरम-गरम... Hindi · कविता 360 Share Prabhanshu kumar 30 Mar 2017 · 1 min read ञदाांजलि दिल में गीता मुँह पर कुरान सुना देना, हर मस्जिद पर गीता की लौ जला देना, अगर देखना हो भारत को सोने की चिड़िया का देश तो हर बच्चे को... Hindi · कविता 555 Share Prabhanshu kumar 11 Jan 2017 · 1 min read बेटी ♡♤ बेटी ♤♡ माँ के हाथों का साथ है बेटी, नई मुस्कान की सौगात है बेटी, बेटी का प्रेम आँखों में बसता, परिवार के आँखों की मूरत है बेटी। पिता... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 978 Share Prabhanshu kumar 4 Jan 2017 · 1 min read ईश्वर ईश्वर जिसको इन्सान ने बांटा राम,अल्हा,ईसामसीह,गुरूनानक वह ईश्वर जब भारत में होता है तो राम कृष्ण के रूप में पूजा जाता है तो वही जब अमेरिका अन्य देशों में होता... Hindi · कविता 379 Share