सोबन सिंह रावत Tag: ग़ज़ल/गीतिका 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid सोबन सिंह रावत 1 Apr 2018 · 1 min read पहाड़ी दर्द दिल के जज्बातों को, आखिर दबाओगे कब तक । छोड़ अपने गांवों को, शहर बसाओगे कब तक।। बहुत बढ़ चली है भीड़, शहरों की गलियों में। इस भीड़ में खुद... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 7 1k Share सोबन सिंह रावत 12 Jan 2018 · 1 min read जमाने की राहें चलते रहो राहों पर जमाने की ,राहें कब बदल जाएं कहना मुश्किल ।। कब घोंप दे कोई अपना ही पीठ पर खंजर ,आहें कब निकल आएं कहना मुश्किल ।। बहुत... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 3 2k Share