ओनिका सेतिया 'अनु ' Tag: व्यंग्य कविता 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid ओनिका सेतिया 'अनु ' 9 Oct 2024 · 1 min read कोई मिठाई तुम्हारे लिए नहीं बनी ..( हास्य व्यंग कविता ) गुलाब जामुन बेशक काला होता है , मगर भीतर से तो मीठा होता है । इसीलिए गुलाब जामुन से तुम्हारा चरित्र मेल नहीं खाता । काजू कतली ,बर्फी ,रसगुल्ला ,... Hindi · कविता · व्यंग्य कविता 2 79 Share