ओनिका सेतिया 'अनु ' 1950 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid ओनिका सेतिया 'अनु ' 26 Apr 2024 · 1 min read अपनी मंजिल की तलाश में , अपनी मंजिल की तलाश में , हम कहां से कहां आ गए। वो तो फिर भी न मिली , मगर हम अपना सुख चैन लुटा आए । Quote Writer 1 28 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 18 Apr 2024 · 1 min read क्या वायदे क्या इरादे , क्या वायदे क्या इरादे , बस चंद दिनों का खुमार है । इन अवसरवादी नेताओं का , होता ऐसा ही दोगला व्यवहार है । Quote Writer 1 21 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 12 Apr 2024 · 1 min read सियासत कमतर नहीं शतरंज के खेल से , सियासत कमतर नहीं शतरंज के खेल से , शय और मात तो दोनों में होती है । फर्क है तो बस इतना की एक में नेक नियति , और दूसरे... Quote Writer 1 29 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 11 Apr 2024 · 1 min read यह कैसा आया ज़माना !!( हास्य व्यंग्य गीत गजल) तौबा ! यह कैसा आया है ज़माना, बहुत मुश्किल है दिल को समझाना। इंसानी रिश्तों से बढ़कर हो गया है , उनकी खुदगर्जी का बढ़ता पैमाना । जानवर तो बहुत... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 73 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 11 Apr 2024 · 1 min read हम हिंदुओ का ही हदय हम हिंदुओ का ही हदय क्यों है इतना विशाल , के मनाते हैं अन्य धर्मों के त्यौहार। काश ! वो भी दिखा दें थोड़ी सी दरियादिली, धर्म निरपेक्षता के बीड़े... Quote Writer 88 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 5 Apr 2024 · 1 min read सियासत नहीं रही अब शरीफों का काम । सियासत नहीं रही अब शरीफों का काम । यह तो पाक दामन को भी कर दे बदनाम । बेशर्म और कमजर्फ लोगों का है यह जहां , ऐसी दुनिया को... Quote Writer 1 94 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 5 Apr 2024 · 1 min read निरुद्देश्य जीवन भी कोई जीवन होता है । निरुद्देश्य जीवन भी कोई जीवन होता है । ऐसा तो केवल पशु जीवन सा ही होता है । संसार में आए हैं तो एक लक्ष्य होना चाहिए, किसी लक्ष्य के... Quote Writer 1 92 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 1 Apr 2024 · 1 min read इस शहर से अब हम हो गए बेजार । इस शहर से अब हम हो गए बेजार । बैचेनी और तड़प जैसे लगाए आजार। टूटा हुआ दिल है अश्कों से भीगा दामन , क्या कहें ! नामुराद को भेजते... Quote Writer 91 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 21 Mar 2024 · 1 min read सत्यं शिवम सुंदरम!! सत्य को जानना चाहते हो , सत्य को पहचानना चाहते हो , तो सत्य को स्वीकार करना होगा । सत्य कठोर होता है , सत्य निष्ठुर होता है , परंतु... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 3 137 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 16 Mar 2024 · 1 min read बदनसीब लाइका ( अंतरिक्ष पर भेजी जाने वाला पशु ) मासूम सी लाइका, अनजान थी । सड़क पर घूमना ,जीना मरना, सड़क छाप उसकी पहचान थी । ले गया उसे एक व्यक्ति , अचानक सड़क से उठाकर , इस तरह... Hindi · कविता 105 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 26 Feb 2024 · 1 min read मारी थी कभी कुल्हाड़ी अपने ही पांव पर , मारी थी कभी कुल्हाड़ी अपने ही पांव पर , जिसका जख्म अब नासूर बन गया। अश्क ही अश्क रह गए अब जिंदगी में, खुशियों और सुकून का दौर काफूर हो... Quote Writer 143 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 26 Feb 2024 · 1 min read क्यों गए थे ऐसे आतिशखाने में , क्यों गए थे ऐसे आतिशखाने में , के अपना दामन जला आए । तौबा ! कैसा सितम हम खुद , अपनी ही जिंदगी से कर आए। Quote Writer 195 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 22 Feb 2024 · 1 min read बचपन से जिनकी आवाज सुनकर बड़े हुए बचपन से जिनकी आवाज सुनकर बड़े हुए दिल को भाती थी वो आवाज़ रूहानी । यकीन ही नहीं होता ,मगर यह सच है , हमसे सदा के लिए अलविदा कह... Quote Writer 225 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 21 Feb 2024 · 1 min read स्मार्ट फोन.: एक कातिल हां जी ! यह तो होगा ही स्मार्ट , जब इसने छीन ही लिए सबके काज । बेकार हो गई वो सभी चीजें , आड़े बन करवरग गई जो आज... Hindi · कविता 1 150 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 2 Feb 2024 · 1 min read बिखर गई INDIA की टीम बारी बारी , बिखर गई INDIA की टीम बारी बारी , बिछड़ ही गए आखिर सभी बारी बारी, कहीं की ईंट कहीं का रोड़ा जोड़कर बना , था भानुमती का कुनबा , मोदी... Quote Writer 161 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 2 Feb 2024 · 1 min read समय बदल रहा है.. बरसों किया हम पर तुम्हारे , पूर्वजों ने हम पर शासन । तोड़े हमारे अराध्य मंदिर , महिलाओं का किया मान मर्दन । मगर अब समय बदल गया है ,... Hindi · कविता 182 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 4 Jan 2024 · 1 min read तू है तसुव्वर में तो ए खुदा ! तू है तसुव्वर में तो ए खुदा ! हर शय हसीन लगती है। तेरे पहलू में आते हैं हम जब , फानी सी जिंदगी रंगीन लगती है । दुआ करते... Quote Writer 2 212 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 24 Dec 2023 · 1 min read धर्म निरपेक्षता हमारे दिल में यह ख्याल आता है जो भीतर तक कचोट सा जाता है । रोजगार ,शिक्षा दीक्षा का हक, देश में रहने का सभी को जाता है । अपनी... Hindi · कविता 2 240 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 23 Dec 2023 · 1 min read फिर वही शाम ए गम, फिर वही शाम ए गम, फिर वही तन्हाई । घेर लेती है तेरी यादें , उफ्फ! यह बेरहम जुदाई । Quote Writer 105 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 23 Dec 2023 · 1 min read कभी फौजी भाइयों पर दुश्मनों के कभी फौजी भाइयों पर दुश्मनों के आकस्मिक आक्रमण पर दुखी होना, तो कभी नारी जाति की दुर्गति पर , उनपर हो रहे अत्याचारों पर शर्मसार होना. बेचारे भारत देश की... Quote Writer 230 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 12 Dec 2023 · 1 min read धारा ३७० हटाकर कश्मीर से , धारा ३७० हटाकर कश्मीर से , किया सरकार ने बेशक नेक कार्य । मगर हमारे हिंदू कश्मीरी पंडितों को , भी उनका स्वराज्य लौटना है अनिवार्य । Quote Writer 149 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 11 Dec 2023 · 1 min read धृतराष्ट्र की आत्मा धृतराष्ट्र को मरे यूं तो कई युग बीत गए बस ! कहने भर को । उसकी आत्मा अब भी विचरती है , नजर चाहिए उसे देखने को । कई दुशासन... Hindi · कविता 2 228 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 11 Dec 2023 · 1 min read खामोश रहना ही जिंदगी के खामोश रहना ही जिंदगी के है मसले का हल है । वरना जुबान खोली नहीं की , हंगामें हो जाते हैं। Quote Writer 267 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 11 Dec 2023 · 1 min read वर्तमान सरकारों ने पुरातन , वर्तमान सरकारों ने पुरातन , वर्ण व्यवस्था की धज्जियां उड़ा दी । या यूं कहो आदर्श भारतीय समाज की जड़ें हिला दीं। Quote Writer 1 218 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 11 Nov 2023 · 1 min read सपना कृतज्ञता और प्रशंसा के शब्द तो , बस मात्र सपना बन के रह गए । कितने भी भले मानस बन जाओ , परिणाम ढाक के तीन पात ही पाए गए। Hindi · कोटेशन 1 143 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 11 Nov 2023 · 1 min read यदि कोई सास हो ललिता पवार जैसी, यदि कोई सास हो ललिता पवार जैसी, तो बेशक पाती है बहुओं से आलोचना मगर निरूपा राय जैसी ममतामई बनने पर भी तारीफ सुनने को तरस जाती है नाम अपना... Hindi · Quote Writer · कोटेशन 1 288 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 2 Nov 2023 · 1 min read मेरी जिंदगी मेरे लिए क्या खुशी ,प्रसन्नता ,आनंद ,संतोष और साज श्रृंगार का समाहार । मेरे लिए सब दिन एक जैसे है , क्या करवा चौथ ,क्या होली दिवाली , और तीज... Hindi · कविता 194 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 2 Nov 2023 · 1 min read पति की खुशी ,लंबी उम्र ,स्वास्थ्य के लिए, पति की खुशी ,लंबी उम्र ,स्वास्थ्य के लिए, पत्नी रखती भूखे प्यासे रहकर करती , करवा चौथ,या तीज त्यौहार। मगर पत्नी की खुशी ,उसकी लंबी उम्र , स्वास्थ्य या प्रसन्नता... Quote Writer 2 302 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 2 Nov 2023 · 1 min read पति पत्नी में परस्पर हो प्यार और सम्मान, पति पत्नी में परस्पर हो प्यार और सम्मान, तो खुशहाल है जिंदगी । एक दूजे के लिए दुआ के उठे हाथ, वहीं है ईश्वर की सच्ची बंदगी। अन्यथा इसके विपरित... Quote Writer 1 348 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 2 Nov 2023 · 1 min read लाल और उतरा हुआ आधा मुंह लेकर आए है ,( करवा चौथ विशेष ) लाल और उतरा हुआ आधा मुंह लेकर आए है , लगता है घर में मामी से झगड़ के आए हैं । मगर चलो ! अपनी ड्यूटी निभाने तो आ गए... Quote Writer 4 189 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 20 Oct 2023 · 1 min read गर समझते हो अपने स्वदेश को अपना घर गर समझते हो अपने स्वदेश को अपना घर तो उसका दुश्मन तुम्हारा भी दुश्मन हुआ न! अपने देश के दुश्मन से नफरत जाहिर कर, अपनी देशभक्ति साबित तो करो ना... Quote Writer 1 270 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 14 Oct 2023 · 1 min read बुजुर्ग कहीं नहीं जाते ...( पितृ पक्ष अमावस्या विशेष ) घर के बुजुर्ग कहीं नहीं जाते , उनका बस जिस्म खत्म होता है । मगर आत्मिक रूप से रह जाते , अभिलाषाओं में उनका निवास होता है । घर की... Hindi · कविता 350 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 10 Oct 2023 · 1 min read तेरे जाने के बाद .... ऐसे उजड़े तुम्हारे जाने के बाद , के फिर कभी जिंदगी में बस ना पाए । हे पिता ! माफ करना,हम तुम्हारे अधूरे , ख्वाबों की ताबीर न बन पाए... Hindi · कविता 1 379 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 10 Oct 2023 · 1 min read बदलता दौर अब कहां वो हुस्न ,वो अदा,वो नजाकत , शर्मो हया पर्दा नशीनों सी । ज़माने के बदलते दौर ने छीन लिया सब , अब कहां रही वो बात इनमें नाजनीनों... Hindi · कविता 1 237 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 26 Sep 2023 · 1 min read तौबा ! कैसा यह रिवाज तौबा ! कैसा यह रिवाज और कैसा है चलन है ! पाक दामन नहीं यह फिल्मी नारियां , फिर भी कैसे बन जाती , शरीफ घराने की दुल्हन है । Quote Writer 1 260 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 24 Sep 2023 · 1 min read कौन कहता है की , कौन कहता है की , बहू कभी बेटी नहीं बन सकती । नजरिया बदलो सास नहीं मां बनो, फिर देखो कैसे रिश्ते की तस्वीर है बदलती Quote Writer 488 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 24 Sep 2023 · 1 min read बहू हो या बेटी , बहू हो या बेटी , दोनो को समझो एक समान । दोनो को देखो एक नजर से , दोनो ही है आपके घर की शान । Quote Writer 1 516 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 17 Sep 2023 · 1 min read हे सर्दी रानी कब आएगी तू, हे सर्दी रानी कब आएगी तू, हमको गर्मी और पसीने से कब , निजात दिलवाएगी तू। अरे अब आ भी जा ! मत तरसा जी को हमारे, करवा रही है... Quote Writer 1 538 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 24 Aug 2023 · 1 min read चंदा मामा ! अब तुम हमारे हुए .. जो था नामुमकिन , वो कर दिखाया । हमारे होनहार वैज्ञानिकों ने , एक कीर्तिमान रच दिखाया। बहुत इतराते थे चंदा मामा, दूर के सिंहासन में बैठे हुए । उन्हें... Hindi · कविता 1 348 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 23 Aug 2023 · 1 min read चंदा मामा से मिलने गए , चंदा मामा से मिलने गए , भारतीय भांजे लेकर चंद्र यान हिंडोला, मिले बरसों बाद खुशी से झूम उठे मामा, और अपने दिल का दरवाजा खोला । जी भर कर... Quote Writer 539 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 14 Aug 2023 · 1 min read हम भारतीयों की बात ही निराली है .... होंठों पर हसीं मगर , दिल में है गम भी । आंखों में आंसू तो है , मगर है शिकवा भी । टूटे हुए है हताश है , मगर छोड़ा... Hindi · कविता 333 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 14 Aug 2023 · 1 min read यह सिक्वेल बनाने का , यह सिक्वेल बनाने का , बॉलीवुड को क्या लगा है रोग, अच्छी भली फिल्म का , सत्यानाश कर देते है ये लोग। कहो कोई जाकर उनसे , यह पिष्ट पेषण... Quote Writer 408 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 12 Aug 2023 · 1 min read इधर उधर की हांकना छोड़िए। इधर उधर की हांकना छोड़िए। जनाब ! जरा मुद्दे पर लौट आइए । कानून व्यवस्था आपकी हो रही लचर, जरा उस पर गौर फरमाइए । Quote Writer 466 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 11 Aug 2023 · 1 min read कभी आंख मारना कभी फ्लाइंग किस , कभी आंख मारना कभी फ्लाइंग किस , यह कैसा लगा है पप्पू जी को रोग । करें भी क्या शादी की उम्र निकल गई नहीं बन पाया अब तक जीवन... Quote Writer 1 248 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 8 Aug 2023 · 1 min read चिकने घड़े तीरे पर तीर चलाते है जहरीले , मगर घायल तो कोई होता नहीं । हादसों पर अफसोस का सिलसिला , शर्म तो किसी को फिर भी आती नहीं। अजी! छोड़िए... Hindi · कविता 2 455 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 29 Jul 2023 · 1 min read कैसा विकास और किसका विकास ! यह विकास हो रहा है देश में , या कोई छलावा। समझ कुछ भी नहीं आ रहा । हमें दिख तो रहा है विकास , मगर कहां ! बढ़ती मंहगाई... Hindi · कविता 196 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 27 Jul 2023 · 1 min read माली अकेला क्या करे ?, माली अकेला क्या करे ?, जब फूल ही चमन से बगावत करने लगें । क्या ही करे वो ऐसी नामुराद हवा , गद्दारी की पूरी फिजा में बहने लगे । Quote Writer 1 315 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 27 Jul 2023 · 1 min read जाने इतनी बेहयाई तुममें कहां से आई है , जाने इतनी बेहयाई तुममें कहां से आई है , जो वतन से गद्दारी तुम्हारे खून में समाई है , मुफ्त की आजादी तुम्हें हजम नहीं हो रही , मगर अमर... Quote Writer 1 348 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 21 Jul 2023 · 1 min read जर्जर है कानून व्यवस्था, जर्जर है कानून व्यवस्था, और सरकार हमारी सो रही है । कौन सुने निरीह अबलाओं की पुकार, विधाता ने भी कान में रूई दे रखी है । Quote Writer 91 Share ओनिका सेतिया 'अनु ' 21 Jul 2023 · 1 min read कितनी बार शर्मिंदा हुआ जाए, कितनी बार शर्मिंदा हुआ जाए, गुनाहों की वतन में जंजीर सी बन गई है । इस निजाम को तो शर्म आती नहीं , हमें अब सुनने की आदत सी पड़... Quote Writer 271 Share Page 1 Next