निर्मल सिंह 'नीर' Tag: कविता 4 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid निर्मल सिंह 'नीर' 22 Jul 2017 · 1 min read जब भी मेरी यादें तुमको आती होंगी जब भी मेरी यादें तुमको आती होंगी कसक और मुस्काहट साथ मे आती होगी, तुम बिन अब कुछ भी न अच्छा लगता है हर पल मिलने का तुमसे ये मन... Hindi · कविता 1 250 Share निर्मल सिंह 'नीर' 22 Jul 2017 · 1 min read डर लगता है इस नयी बदलती दुनिया में अब डर लगता है किससे कैसे किस तरह बात करूं डर लगता है, सब कहते मै उसके जैसा न हो पाया अब तक फिर क्यूँ... Hindi · कविता 1 270 Share निर्मल सिंह 'नीर' 22 Jul 2017 · 1 min read ख़ुद को समझाना पड़ता है ख़ुद से ही लड़ना पड़ता है ख़ुद को समझाना पड़ता है, शामों का बोझल हो जाना नींदों का रातों में न आना अक्सर राहों में खो जाना कोने में जा... Hindi · कविता 264 Share निर्मल सिंह 'नीर' 22 Jul 2017 · 1 min read आग पेट में लगे तो "भूख" दिल में लगे तो "इश्क़" दिमाग में लगे तो "विनाश" देह में लगे तो "राख" घर में लगे तो "बंटवारा" पड़ोसी में लगे तो "ईर्ष्या"... Hindi · कविता 1 836 Share