डॉ संगीता गांधी Tag: कविता 3 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid डॉ संगीता गांधी 9 Aug 2017 · 1 min read आंखें आंखें ------/- कितने सैलाब समेटे तकती रहीं आंखें तुम्हारा रास्ता बुहारती रहीं आंखें । देर से आने की खबर बरस गयी , सावन में भी प्यासी रहीं आंखें । तुम्हारे... Hindi · कविता 1 315 Share डॉ संगीता गांधी 6 May 2017 · 1 min read तन्हा तनहा सा हो गया मेरा कमरा अब एक घडी टिक टिक करती थी , पर कल टूट कर चूर हो गयी । बहुत पहले कुछ बच्चों का शोर आता था... Hindi · कविता 283 Share डॉ संगीता गांधी 5 May 2017 · 1 min read दिलचस्प सौंदर्य दिलचस्प सौंदर्य । ****** तुम सुंदर हो , अप्रतिम सौंदर्य का प्रतीक हो । किंतु ये जान लो , सौंदर्य की महत्ता का प्रतिमान क्या है ? तुम्हारी लहराती केश... Hindi · कविता 1k Share