Megha Rathi 3 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Megha Rathi 6 Jul 2017 · 1 min read तोटक छंद तोटक छंद तज के जग के हर बंधन को अब बैठ गई मन मंथन को मनुहार करूँ भगवान यही नित दे मुझको अभिज्ञान सही अभिमान रहे न रहे कटुता सब... Hindi · कविता 1 1 1k Share Megha Rathi 5 Jul 2017 · 1 min read मुक्तक इरादा खुदकुशी का था, इसी से प्यार कर बैठे इरादा कत्ल का भी था, कि हम इकरार कर बैठे इरादा भी था बादल का, मोहब्बत आज बरसेगी हमारे दिल में... Hindi · मुक्तक 453 Share Megha Rathi 4 Jul 2017 · 1 min read नाक नाक " जब तुमसे कह दिया कि नाक छिदवा लो तो समझ में नहीं आता!", प्रकाश ने परिधि से नाराज़ होते हुए कहा। " मगर मुझे अपने चेहरे पर नहीं... Hindi · लघु कथा 2 2 1k Share