Mahesh Kumar Bose Tag: ग़ज़ल/गीतिका 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Mahesh Kumar Bose 25 Oct 2018 · 1 min read ज़िन्दगी कुछ ही दिनों की मेहमान होती है ज़िन्दगी कुछ ही दिनों की मेहमान होती है, हर इंसान की आखिरी मंज़िल श्मशान होती है परिंदों के परों को क्यों मिसाल दी जाती है? जबकि परों से नहीं हौंसलो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 237 Share