Mahatam Mishra Tag: लघु कथा 5 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Mahatam Mishra 28 Dec 2017 · 4 min read "सुनो सुनयना मेरी बात" "सुनो सुनयना मेरी बात" सुनो सुनयना मेरी बात, जिसकी गोंद में हम सभी पले-बढ़े, उछले-कूदे, नाचे-गाए और खेले-खिलाए। उसकी सुंदरता की सरिता में भीगे- नहाए, छाँव में बैठे तो धूप... Hindi · लघु कथा 1 498 Share Mahatam Mishra 20 Dec 2017 · 2 min read "लोहे की सड़सी" "लोहे की सड़सी" जय हो झिनकू भैया की। भौजी की अँगुली चाय की खौलती तपेली से सट गई, तो ज़ोर से झनझना गई भौजी, झिनकू भैया के बासी चाय पर।... Hindi · लघु कथा 409 Share Mahatam Mishra 11 Dec 2017 · 2 min read "चौपाली चर्चा में विकास और प्रकाश" "चौपाली चर्चा में विकास और प्रकाश" वसुधैव कटुम्बकम के आग्रही, नेक नियति के पथ पर चलने वाले झिनकू भैया न जाने कहाँ कहाँ भटकते रहते हैं और किसके कब कहाँ... Hindi · लघु कथा 480 Share Mahatam Mishra 11 Dec 2017 · 3 min read "झिनकू के चचा और दुर्गापूजा" "झिनकू के चचा और दुर्गापूजा" जी हाँ सर, मुझे आज भी याद है 1978 की वह शाम जब मैंने माँ दुर्गा जी का दर्शन कलकत्ता के आलीशान पंडाल में किया... Hindi · लघु कथा 452 Share Mahatam Mishra 8 Dec 2017 · 1 min read "विचित्रा" "विचित्रा" झुँझला गई विचित्रा जब सरिता ने उसकी एक रचना पर अपनी अभिव्यक्ति कुछ इस प्रकार से कर दिया। अरे विचित्रा, तुम्हारे भाव तो बड़े सुंदर हैं पर वर्तनी कौन... Hindi · लघु कथा 515 Share