Mahatam Mishra Tag: मुक्तक 28 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Mahatam Mishra 28 Dec 2017 · 1 min read “मुक्तक” “मुक्तक” चलत निक लागे चंद्रमा, नचत निक लागे मोर। गुंजन निक लागे भ्रमर अली, सु-सहज नयन चितचोर। निक लागे फुलत कलियाँ, महकत झुरझुर बयार- हिलत डुलत कटि काछनी, मलत बछवा... Hindi · मुक्तक 1 1 622 Share Mahatam Mishra 28 Dec 2017 · 1 min read “मुक्तक” “मुक्तक” पन्नों में खो गई अकेली, हाथन लगी किताब सहेली निकलूँ कैसे बाहर बतला, छोड़ न पाती तुझे नवेली दरवाजा तो खोला तुमने, जाने पर मुँह मोड़ा तुमने निकली थी... Hindi · मुक्तक 503 Share Mahatam Mishra 28 Dec 2017 · 1 min read "मुक्तक" "मुक्तक" तलवारों की क्या कहें, जबतक रहती म्यान। तबतक जग सुंदर लगे, हाथ रहें बेध्यान।T एक बार निकली अगर, म्यानों से करवाल- रक्त चखे बिन कब गई, कब म्यान कर... Hindi · मुक्तक 266 Share Mahatam Mishra 28 Dec 2017 · 1 min read "मुक्तक" "मुक्तक" जीते हैं जिलाते हैं खाते हैं पहनते हैं फिर क्यूँ दिखते कंकाल। किसके हैं भंडार कुछ कहते हैं छलकते हैं फिर क्यूँ पलते आकाल। हिलते हैं हिलाते हैं बमबम... Hindi · मुक्तक 260 Share Mahatam Mishra 28 Dec 2017 · 1 min read “मुक्तक” “मुक्तक” पक्के इरादे हो तो घर मजबूत होता है। अटूट रिश्ता अपनों में वशीभूत होता है। अजेय हो जाती हैं यादें पृष्ट खुलने पर- अजी गैरों से कब बैर फलीभूत... Hindi · मुक्तक 482 Share Mahatam Mishra 20 Dec 2017 · 1 min read “मुक्तक” “मुक्तक” होता कब यूँ ही कभी, शैशव शख्स उत्थान जगत अभ्युदय जब हुआ, मचला था तूफान रिद्धी सिद्धि अरु वृद्धि तो, चलती अपने माप राह प्रगति गति बावरी, विचलित करती... Hindi · मुक्तक 541 Share Mahatam Mishra 20 Dec 2017 · 1 min read "मुक्तक" "मुक्तक" नमन करूँ जननी तुझे, चूमूँ तेरे पाँव हर डाली तेरी खिली, फैली शीतल छाँव मन चित तेरे पास हैं, सुंदर तेरा रूप हर्षित हैं सारे लला, सुंदर स्नेहल गाँव॥... Hindi · मुक्तक 514 Share Mahatam Mishra 20 Dec 2017 · 1 min read “मुक्तक” “मुक्तक” चपला चमक रही निज नभ में, मन चित छवि लग री प्यारी। बिजली तड़क गगन लहराती, आभा अनुपम री न्यारी। जिय डरि जाए ललक बढ़ाए, प्रति क्षणप्रभा पिय नियराए-... Hindi · मुक्तक 1 485 Share Mahatam Mishra 20 Dec 2017 · 1 min read "मुक्तक" "मुक्तक" नाचत गावत ग्वाल मुरारी माधव मोहन। गोवर्धन गिरि लपकि उचारी माधव मोहन। जय जय केशव गोविंद प्रभु महिमा गिरधारी- राधापति गोपाल कछारी माधव मोहन।।-1 नाम सहस्त्र रूप अलबेला माधव... Hindi · मुक्तक 253 Share Mahatam Mishra 11 Dec 2017 · 1 min read “दोहा-मुक्तक” “दोहा-मुक्तक” घर की शोभा आप हैं, बाहर में बहुमान भवन सदन सुंदर लगे, जिह्वा मीठे गान धाम धाम में वास हो, सद आचरण निवास भक्ती भक्त शिवामयी, गुणी सुशक्त सुजान॥-1... Hindi · मुक्तक 359 Share Mahatam Mishra 11 Dec 2017 · 1 min read “क़ता” “क़ता” हम भी आ नहीं पाए तिरे खिलते बहार में तुम भी तो नहीं आए मिरे फलते गुबार में इक पल को ठहर जाते कभी तुम भी पुकार कर तो... Hindi · मुक्तक 515 Share Mahatam Mishra 11 Dec 2017 · 1 min read "मुक्तक" "मुक्तक" नाच रही परियों की टोली, शरद पूनम की रात है। रंग विरंगे परिधानों में, सुंदर सी बारात है। मन करता है मैं भी नाचूँ, गाऊँ इनके साथ में- धवल... Hindi · मुक्तक 300 Share Mahatam Mishra 11 Dec 2017 · 1 min read “दोहा मुक्तक” “दोहा मुक्तक” भूषण आभूषण खिले खिल रहे अलंकार। गहना इज्जत आबरू विभूषित संस्कार। यदा कदा दिखती प्रभा मर्यादा सम्मान- हरी घास उगती धरा पुष्पित हरशृंगार॥-1 गहना हैं जी बेटियाँ आभूषण... Hindi · मुक्तक 539 Share Mahatam Mishra 8 Dec 2017 · 1 min read “मुक्तक” “मुक्तक” नमन करूँ माँ पद कमल, अर्चन बारंबार। नव दिन की नवरात शुभ, श्रद्धा सुमन अपार। धूप दीप नैवेद्य ले, ‘गौतम’ करता जाप- भक्ति भावना चाहना, माता के दरबार॥ महातम... Hindi · मुक्तक 248 Share Mahatam Mishra 8 Dec 2017 · 1 min read "मुक्तक" "मुक्तक" अंधेरों ने कब कहा, दे दो मुझको दाद। बैठो मेरे संग तुम, होकर के बरबाद। इसी लिए तो दिन बना, और बनी मैं रात- लगी आँख पिय आप की,... Hindi · मुक्तक 219 Share Mahatam Mishra 8 Dec 2017 · 1 min read "मुक्तक" "मुक्तक" बधाई हो सबको सम्मान का यह दिन। हिंदी माँग बिंदी बहुमान का यह दिन। परस्पर का नाता है भाषा निराली- कोयली सी बोली पहचान का यह दिन।।-1 प्रवाह प्रखर... Hindi · मुक्तक 491 Share Mahatam Mishra 8 Dec 2017 · 1 min read "दोहा मुक्तक" "दोहा मुक्तक" भर लो चाह बटोर कर, रख अपने भंडार। खड़ी फसल यह प्रेम की, हरियाली परिवार। बिना खाद बिन पान के, निधि अवतरे सकून- मन चित मधुरी भाव भरि,... Hindi · मुक्तक 497 Share Mahatam Mishra 6 Dec 2017 · 1 min read "दोहा मुक्तक" "दोहा मुक्तक" सच्चाई दिखती नहीं, डेरा तेरा भूत। राम रहीम के नाम पर, यह कैसी करतूत। ढोंगी की विसात यही, खुली आँख से देख- तार तार तेरा हुआ, रे पाखंडी... Hindi · मुक्तक 430 Share Mahatam Mishra 6 Dec 2017 · 1 min read "दोहा मुक्तक" "दोहा मुक्तक" अमिय सुधा पीयूष शिव, अमृत भगवत नाम सोम ब्योम साकार चित, भोले भाव प्रणाम मीठी वाणी मन खुशी, पेय गेय रसपान विष रस मुर्छित छावनी, सबसे रिश्ता राम।।-1... Hindi · मुक्तक 982 Share Mahatam Mishra 6 Dec 2017 · 1 min read “कता” “कता” दिल की बातें कभी-कभी होंठों पर भी आ जाती हैं। मुस्कुराहट मन में खिल कभी लबो पर छा जाती है। गुजरे वक्त की नजाकत कभी गम गुदगुदा जाए तो-... Hindi · मुक्तक 261 Share Mahatam Mishra 6 Dec 2017 · 1 min read “दोहा-मुक्तक” “दोहा-मुक्तक” नित मायावी खेत में, झूमता अहंकार। पाल पोस हम खुद रहे, मानों है उपहार। पुलकित रहती डालियाँ, लेकर सुंदर फूल- रंग बिरंगे बाग से, कौन करे प्रतिकार॥-1 पक्षी भी... Hindi · मुक्तक 483 Share Mahatam Mishra 5 Dec 2017 · 1 min read “कता” “कता” सुन रे गुलाब मैं तुझसे मुहब्बत पेनाह करता हूँ। पर ये न समझना कि निरे काँटों में निर्वाह करता हूँ। आकर देख तो जा तनिक मेरे हाथ भर बगीचे... Hindi · मुक्तक 1 286 Share Mahatam Mishra 5 Dec 2017 · 1 min read “मुक्तक” “मुक्तक” रहती है खुशी किस गली में। खिलते हैं पुष्प भी कली में। कोई तो बताए वो खिली क्या- चहकी क्या हँसके भल भली में॥-1 कहते हैं अभी वो नादां... Hindi · मुक्तक 489 Share Mahatam Mishra 5 Dec 2017 · 1 min read मुक्तक सजा कर थाल में कंकू बहन की आ गई राखी लगा कर भाल पर टीका उभर कर छा गई पाखी सजे जब रेशमी धागे सहज भैया कलाई में महक माटी... Hindi · मुक्तक 446 Share Mahatam Mishra 29 Sep 2016 · 1 min read मुक्तक शीर्षक मुक्तक - किरण- ज्योति, प्रभा, रश्मि, दीप्ति, मरीचि। “मुक्तक” भारती धरा अलौकिक है न्यारी है लालिमा भोर भाए किरण दुलारी है ब्रम्ह्पूत्र सिंधु नर्मदा गंगा कावेरी हिमालयी रश्मि प्रभा... Hindi · मुक्तक 408 Share Mahatam Mishra 21 Sep 2016 · 1 min read दोहा मुक्तक अहंकार- दंभ, गर्व, अभिमान, दर्प, मद, घमंड, मान शब्द दोहा मुक्तक............ आन बान अरु शान पर, बना रहे अभिमान अहंकार जिसने किया, उसका मर्दन मान दंभ भर रहा पातकी, बेबुनियादी... Hindi · मुक्तक 404 Share Mahatam Mishra 14 Sep 2016 · 1 min read दोहा मुक्तक दोहा मुक्तक......आप सभी गुणीजनों को हिंदी दिवस की हार्दिक बधाई..... "मुक्तक" रसना मीठी रसमयी, वाणी बचन जबान रसिका हिंदी माँ मयी, जिह्वा कंठ महान जस लिक्खे तस गाइयाँ, भाषा यह... Hindi · मुक्तक 259 Share Mahatam Mishra 6 Sep 2016 · 1 min read मुक्तक प्रदत शीर्षक- अलंकार, आभूषण, भूषण, विभूषण, गहना, जेवर सादर प्रस्तुत एक दोहा मुक्तक............. “मुक्तक” गहना भूषण विभूषण, रस रूप अलंकार बोली भाषा हो मृदुल, गहना हो व्यवहार जेवर बाहर झाँकता,... Hindi · मुक्तक 388 Share