विमला महरिया मौज Tag: ग़ज़ल 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid विमला महरिया मौज 19 May 2023 · 1 min read ग़ज़ल एक ग़ज़ल बहुत मुश्किल हुआ जीना मोहब्बत की बहारों में घुला है ज़हर-ओ-जबर आशिकी के नज़ारों में।। यकीं का दौर अब नहीं, बदी-बेईमानियां कितनी फ़रिश्ते चंद मिल पाते आसी मिलते... Hindi · ग़ज़ल 1 288 Share