Madhuri Swarnkar 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Madhuri Swarnkar 20 Nov 2016 · 1 min read गजल इस जिन्दगी मैं क्या है दरिया सी रवानी है मौजो को बता देना लगती ये सुहानी है ।। अल्फ़ाज पुराने हैं , अंदाज नये से है हो कुछ भी मगर... Hindi · कविता 3 1 641 Share Madhuri Swarnkar 19 Nov 2016 · 1 min read वजूद ---वजूद--- पेड़ पर अटकी पतंग , कितनी कोशिश करती है ,छूटने की रिहा होने की , पर हर बार स्वयं के भरसक प्रयास के बावजूद हार जाती है.......और खो देती... Hindi · कविता 2 2 761 Share