Wasiph Ansary Tag: ग़ज़ल/गीतिका 5 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Wasiph Ansary 4 Oct 2017 · 1 min read जब कभी हम उनसे हाले दिल सुनाने निकले। उनके होंठों पे सदा वक्त न होने के बहाने निकले।। जब कभी हम उनसे, हाले दिल सुनाने निकले। उनके होंठों पे सदा, वक्त न होने के बहाने निकले।। दो घड़ी इत्मिनान से, ग़ुफ्तगु भी मयस्सर न हुआ। अरि! हम नादां... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 291 Share Wasiph Ansary 26 Sep 2017 · 1 min read ज़िन्दगी यून्ही गुज़ार ली हमने। तेरे वादों पे वार ली हमने। ज़िन्दगी यून्ही गुज़ार ली हमने।। अब तबस्सुम कहाँ से आएगी? ज़ख्म सीने उतार ली हमने।। इक रोज़ ग़लती से जो टकराया था। मुआफी माँग... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 256 Share Wasiph Ansary 22 Sep 2017 · 1 min read पहले नैन मिलाके नैन -चार उसने किया। रात की नींद गई बेक़रार उसने किया।। पहले नैन मिलाके नैन-चार उसने किया।। रात की नींद गई बेक़रार उसने किया।। दिल न तोड़ेगे कभी यक़ीन तो मानो मेरी। ऐसी जूठी कसमें,वादे हज़ार उसने किया।। दिल-ए-नादां तो कुछ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 679 Share Wasiph Ansary 20 Sep 2017 · 1 min read अब नफ़रत की धुंध छँटने लगी। जिन्दगी तुझमें फिर सिमटने लगी।। अब नफ़रत की धुंध छँटने लगी। जिन्दगी तुझमें फिर सिमटने लगी।। चूड़ियों की अजीब ख्वाईश है। शाम होते ही ये खनकने लगी।। आ भी जाओ न ख्वाब में मेरे। हिज्र... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 287 Share Wasiph Ansary 12 Sep 2017 · 1 min read बिन बात की बातों-बातों में बातों से रुलाये जाते हैं। बिन बात की बातों-बातों में बातों से रुलाये जाते हैं । दीपक तो यहां जलते ही नहीं बस दिल को जलाये जाते हैं।। ये अब्र कहां तक फैली है ये... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 294 Share