लीलाधर मीना Tag: कविता 6 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid लीलाधर मीना 21 Jan 2018 · 1 min read राजनगर देख-राज रूप लोचन ललचाऐ राजसिंह की नगरी जन पहचाने है यह नगर जैसा नागर मंदिर----1 संगमरमर की नीवों वाला राजनगर जिसकी पहरेदारी करता आडावल केसरिया करता यहां जन मन मानव... Hindi · कविता 540 Share लीलाधर मीना 21 May 2017 · 1 min read वे गुज़रे हुए दिन वे गुजरे हुए दिन कितने अच्छे लगते है जो गुजारे दोस्तों के साथ जो गुजारे परिवार के साथ कितने अच्छे लगते है वे गुजरे हुए दिन !! कोई भी दोस्त---... Hindi · कविता 558 Share लीलाधर मीना 13 May 2017 · 1 min read अच्छे दिन आएगें अच्छे दिन ज़रा ठहरो तो सहीं सपने होगें साकार सपने सजाओं तो सही अभी तो सत्ता का नशा है होना तो अभी बाकी हैं आएगें अच्छे दिन ज़रा ठहरों... Hindi · कविता 2 569 Share लीलाधर मीना 13 May 2017 · 1 min read विदाई दो और तीन मिलाकर थे तुम कुल उतने ! मेरे शिक्षक जीवन के प्रथम शिष्य थे तुम उतने ! इतिहास बना गए यादों का कैसे भूलूँ तुम्हे ! विदा माँग... Hindi · कविता 419 Share लीलाधर मीना 12 May 2017 · 1 min read वीरांगना शशि मुख पर घूंघट डाले आँचल में विरह दु:ख लिए जीवन के गोधूलि में कौतूहल से तुम आयी . नवयौवन में अर्धांगिनी बनकर तुम आयी अभी तो मुकुट बंधा था... Hindi · कविता 1k Share लीलाधर मीना 12 May 2017 · 1 min read बेटी संसार का कोई बंधन जो तुमसे बंधा न हो ऐसा कोई रिश्ता नहीं जिसमें तुम्हारा नाम न हो. ऐसा कोई घर नहीं जिसमे तुम्हारा वास न हो तुमसे बडा कोई... Hindi · कविता 1 859 Share