Lalit Kishore Gupta 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Lalit Kishore Gupta 23 Feb 2023 · 1 min read चिंता और चिंतन मुक्तामणि छंद चिंता की चिंगारियाँ,मन को नित सुलगाएँ। चिंता की हर गाँठ को,कब तक हम सुलझाएँ ? बिन जल ही फूले-फले,चिंता की फुलवारी। चंचल मन हर पल करे,चिंताओं से यारी।... Hindi · कविता 121 Share Lalit Kishore Gupta 12 Aug 2016 · 1 min read ' प्रकृति चित्रण विष्णुपद छंद प्रकृति चित्रण भोर हुए जो लाली नभ में,दिनकर है भरता। देख उसे मन मेरा चहका,दिनभर है रहता। संध्या को भी वो ही लाली,नभ सुंदर करती। देख वही सुंदरता... Hindi · कविता 1k Share