Kumar Akhilesh Tag: मुक्तक 12 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Kumar Akhilesh 10 May 2021 · 1 min read नये किरदार नये किरदार जमा करने हैं, नयी अदाकारी के लिए जिंदगी इंतिहान ले रही है, जाने कौन सी तैयारी के लिए जो सीखे हैं चलना भी मेरे पद चिन्हों पर पांव... Hindi · मुक्तक 3 295 Share Kumar Akhilesh 23 Dec 2020 · 1 min read "जरा आदत पुरानी है" संभल कर जो चले होंगे,वही अक्सर गिरे होंगे,हमें पी कर बहकने की जरा आदत पुरानी है। मेरे चेहरे को पढ़ने में, सभी नाकाम ठहरे है, मेरी आंखों में जो भी... Hindi · मुक्तक 5 4 325 Share Kumar Akhilesh 1 Apr 2020 · 1 min read "गुनाहगारों में शामिल हो गया हूँ" चंद गुनाह करके गुनाहगारों में शामिल हो गया हूँ देख खुदा मैं तेरी दुनिया के काबिल हो गया हूँ और उसने मुहब्बत में मेरी तस्वीर बनायीं है इस दीवार को... Hindi · मुक्तक 3 1 457 Share Kumar Akhilesh 29 May 2019 · 1 min read "कहकर तुमने मुझको हीरा, खुद को जौहरी कर डाला" मन की बातें आंखों से कह कर, तुमने क्या से क्या कर डाला। प्रेम पत्र में बांध शब्दों को, सब काम जरूरी कर डाला। एक ह्रदय था पास हमारे, वो... Hindi · मुक्तक 2 1 243 Share Kumar Akhilesh 25 Jan 2019 · 1 min read "सारे गुनाहों का,अब हिसाब होने दो" सारे गुनाहों का,अब हिसाब होने दो। चलों सजा ही सही, मगर बेहिसाब होने दो। जगा कर फिर अधूरी नींद में हमको। कत्ल हर एक ख्वाब होने दो। कुमार अखिलेश देहरादून... Hindi · मुक्तक 2 1 458 Share Kumar Akhilesh 21 Jan 2019 · 1 min read "मेरा पहला प्यार:मेरे पापा" बड़ी तमन्ना से जिसने हमको पाला है। सारे गमों से जो मेरा रखवाला है। उसके ख्वाबों को क्या दिया मैंने, जिसने मेरा हर एक ख्वाब संभाला है। कुमार अखिलेश देहरादून... Hindi · मुक्तक 2 1 263 Share Kumar Akhilesh 12 Jan 2019 · 1 min read "वहीं निखरेगा चमकेगा, समय की जो भी सूरत हो" मुझे तेरी जुरूरत है, तुझे मेरी जुरूरत हो जरूरी तो नहीं ऐसा, जरूरी हर जुरूरत हो अभावों में भी भावों से, जो ख्वाबों को संभालेंगा वहीं निखरेगा चमकेगा, समय की... Hindi · मुक्तक 2 1 348 Share Kumar Akhilesh 25 Aug 2018 · 1 min read "वो है मेरी माँ" कितने जतन किये होंगे, जब हमको सकल सँवारा है। चोट लगी तो दर्द में हमने, सबसे पहले जिसे पुकारा है। एक शब्द में सिमट गया जग, प्रेम अथाह भवसागर में... Hindi · मुक्तक 2 1 375 Share Kumar Akhilesh 24 Aug 2018 · 1 min read "बडी बेवफा आजकल हो गयी है" मेरी मुहब्बत बडी बेवफा आजकल हो गयी है। अमर होते होते मेरी प्रेम कहानी अमर हो गयी है। और सीख गयी है वो मुहब्बत में सभी दांवपेंच किसी मझें हुए... Hindi · मुक्तक 2 298 Share Kumar Akhilesh 3 Aug 2018 · 1 min read "निशाँ जागीर ढूंढेंगे" मेरे लफ्जों में वो अक्सर, मेरी तस्वीर ढूंढेंगे खुली आँखों से ख्वाबों में, मेरी तासीर ढूंढेंगे बडी मुद्दत से पाया था, नादानी में गवाँ बैठे मेरे जाने पे वो मेरे,... Hindi · मुक्तक 2 1 320 Share Kumar Akhilesh 11 Jul 2018 · 1 min read "मुझे तेरी जरूरत है" बसी है जो मेरे दिल में, तुम्हारी ही मुहब्बत है मेरी आँखों के पन्नों पर, तुम्हारी ही तो सूरत है। तेरे दिल की तुझे सारी ये ख्वाहिशें मुबारक हो मेरी... Hindi · मुक्तक 2 527 Share Kumar Akhilesh 2 Jul 2018 · 1 min read "सच कहना जरूरी है" जमाने भर की ख्वाहिश है, दिलों में जो अधूरी है बडी मुश्किल से रखता हूँ, बदी से जो ये दूरी है मुझे मालूम है अक्सर, मैं कड़वा बोल जाता हूँ... Hindi · मुक्तक 2 438 Share