Kaushal Meena Language: Hindi 3 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Kaushal Meena 10 Jan 2017 · 1 min read बेटियाँ एक बार घटित हुआ वो किस्सा फिर उसने शोर मचाया सबको जगाया जग जग मै चर्चित होकर थम सा गया ये किस्सा था बेटियों के जन्म मै मरण का जमाना... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 855 Share Kaushal Meena 26 Aug 2016 · 1 min read कल ना आज मै कल है, ना कल मै कल है, ना जीत मै कल है, ना हार मै कल है, ना आप मै कल है, ना मुझमे कल है, ना... Hindi · कविता 670 Share Kaushal Meena 25 Aug 2016 · 1 min read ये रात की सच्चाई है “ये रात की सच्चाई है छिपी जिसमे गहराई है” सन्नाटों मै हो जाते शहर गुम वही रात मैंने जगाई है क्यू ना सो गया मै क्यू ना लेले ये रात... Hindi · कविता 1 568 Share