Rupam Yadav Tag: कविता 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Rupam Yadav 10 Nov 2017 · 1 min read चाँद सुनो चाँद! तुम हमेशा भागदौड क्यो करते रहते हो? कुछ पल रुको तो सही, कुछ बातें करनी है| तुम इतने उजङे हुये और सुनसान से क्यो हो ? कोई पेड़-... Hindi · कविता 325 Share Rupam Yadav 8 Nov 2017 · 1 min read मेरे आने से पहले, माँ ऐसा संसार बना देना! हरियाली के चादर पर दादा-दादी के संग खेलूँ, और थककर सो जाऊँ, पीपल के शीतल छाँव में, मेरा दम न घुट जाये, माँ इतने पेड़ लगा देना ! मैं गर्भ... Hindi · कविता 1 379 Share