Jitendra Dixit Tag: ग़ज़ल/गीतिका 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Jitendra Dixit 22 Aug 2017 · 1 min read सामान समझते है उन्हें देख मजबूरी मै मुश्कुरते हैं लोग, वो उसे ही अपना सम्मान समझते हैं। औरों की मजबूरी का उडाते है मजाक, ऊँची बातें करना अपनी शान समझते हैं। इंसानों वाली... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 718 Share