Jitendra Jeet Tag: दोहा 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Jitendra Jeet 26 Jul 2016 · 1 min read दोहे दोहे ---- "जीत" के झर झर निर्झर झर रहा, अम्बर से है नीर .. हरी भरी वसुधा कहीं, कहीं विरह की पीर .. दृश्य मनोरम हो रहा, चढ़ा प्रीत पे... Hindi · दोहा 1 457 Share