Hira Singh Negi 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Hira Singh Negi 23 Jun 2021 · 1 min read लघु कविता....."नदी" मैंने संज्ञा दी तुम्हें एक दिन नदी की और अपने को समझा किनारा मेरी कल्पना तुम नदी बन गई और चली गई किनारे को छोड़कर दूर बहुत दूर। मैं जकड़ा... Hindi · कविता 1 255 Share