GOVIND SINGH LODHI 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid GOVIND SINGH LODHI 13 Jun 2017 · 1 min read नाम याद आता है।। हर बार वही नाम याद आता है। तन्हाई में मुझे क्यों रुलाता है।। बिछड़ जाता हूँ जब भी रास्तो से, तू ही क्यों मुझे रास्ता दिखता है।। लोधी सब लोग... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 235 Share GOVIND SINGH LODHI 12 Jun 2017 · 1 min read समन्दर प्यार का अंदर मेरे इन गीत गजलो में, तेरा ही चेहरा दीखता है समन्दर प्यार का अंदर, बड़ा ही गहरा दीखता है।। तेरा यू छोड़कर जाना,अकेला कर गया मुझको, समय भी वही मुझको,... Hindi · मुक्तक 273 Share