Firoj K.Rose 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Firoj K.Rose 9 Feb 2018 · 1 min read मुक्तक एहतेराम कैसे करूँ उस खुदा का जिसने मुकम्मल बनाया इक फकीर को पाकीज़गी भर के कलम में जिसकी मेहफूज़ रखा "रोज़" की तहरीर को। फिरोज कुमार "रोज़" Hindi · मुक्तक 1 421 Share Firoj K.Rose 9 Feb 2018 · 1 min read सफलता सफलता वो फूल है जिसका बीज बाजार में नहीं मिलता मगर खिल सकता है रेगिस्तान में मेहनत का जज्बा भरा हो जिसकी रगों में वो बिना पंख भी उड़ सकता... Hindi · कविता 710 Share