DR.MDHU TRIVEDI Tag: हाइकु 12 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid DR.MDHU TRIVEDI 28 Aug 2021 · 1 min read खत छिपाए रखा खतों को मैनें पन्नों में आज तक जमीं गर्द के बीच किताबों की जो की गई सफाई निकल पड़ा उनमें से सुन्दर खूबसूरत आज भी वहीं बीस साल... Hindi · हाइकु 80 1 484 Share DR.MDHU TRIVEDI 19 Aug 2021 · 1 min read छूता है मेरा मन जब जब तू छूता है मेरा मन बस आहट जब जब तू बने मेरा काजल बस रोंमाच जब जब तू मेरे कपोल पर बस बैचैन जब जब लूँ जप तेरा... Hindi · हाइकु 79 390 Share DR.MDHU TRIVEDI 19 Aug 2021 · 1 min read गोरी चंचल गोरी प्रीत मुख शोभित स्नेह झरना पनघट को चलि कटि मटका मुस्कां झरना बांके नयन चले चाल तिरछी रूप झरना गागर भर धरि सिर ज्यों जाये हास्य झरना गैल... Hindi · हाइकु 77 455 Share DR.MDHU TRIVEDI 17 Aug 2021 · 1 min read शिकारी और प्रेम प्यासी हिरनी वन वन को झूमै अम्बु चाह में धरा से नभ तलक पसरता घोर तम है निर्विकार सी आकृति बनाती जो उड़ी रेत से देख उसको आतुर डालने को... Hindi · हाइकु 76 2 356 Share DR.MDHU TRIVEDI 17 Aug 2021 · 1 min read बचपन 1. बचपन था नादान कितना ये हम सबका 2. याद करिए शरारत से भरा मस्ती से भरा 3. मम्मी की परी पापा की मैं लाडंली कहलाती थी 4. जिद करती... Hindi · हाइकु 77 624 Share DR.MDHU TRIVEDI 24 Jul 2021 · 1 min read पावस 1 वर्षा सुन्दरी झूम रही है बाँध पैरों पायल 2 पड़े नभ से अवनि पर कुछ सकुचा कर 3 कभी खेलती केश घटाएं फैला उच्च गगन में 4 झनन झन... Hindi · हाइकु 79 605 Share DR.MDHU TRIVEDI 17 Oct 2016 · 1 min read शरद पूर्णिमा आज रात को निकलेगा पूनम चाँद फिर से चारों दिशाएँ महक उठे तब सुधा रस से चाँद गगन में जो दिखाई देगा डॉ मधु त्रिवेदी देखूँगी जब छवि प्रिय की... Hindi · हाइकु 72 2 637 Share DR.MDHU TRIVEDI 22 Sep 2016 · 1 min read पितृ पक्ष हाइकू पक्ष पितृ में याद उनको आप कर लीजिये 2 क्वार माह में आये घर हमारे पूजा कीजिये 3 अर्चना कर ले आशीष उनका तृप्त कीजिये 4 धरा पर वे... Hindi · हाइकु 71 1 481 Share DR.MDHU TRIVEDI 14 Sep 2016 · 1 min read चाँद (हाइकू ) 1 चाँद पर मैं बना के एक बस्ती संग रहूँगी 2 कर सिंगार झिलमिल तारों काँ मुस्कराऊँ मै 3 श्वेतवर्णी हो धवल चन्दिका में आसमां साफ 4 चाँद आगोश में... Hindi · हाइकु 72 553 Share DR.MDHU TRIVEDI 3 Sep 2016 · 1 min read इतराती सी इतराती सी पनघट को जाती बलखाती सी गागर धरे मटकाय कमर पनघट पे नटि सी चाल पूछत कोऊ हाल लगत माल अधखुले से नव विकसित से दिखत उर भरत जल... Hindi · हाइकु 71 571 Share DR.MDHU TRIVEDI 25 Jul 2016 · 1 min read हाइकू (वर्षा सुन्दरी ) झनन -झन झनकाती घुघरूँ पहन के वो पाजेब भारी ठुमकती आ रही वर्षा सुन्दरी मधु स्मित सी भर के मधु मुस्काँ लजाती खड़ी हरी -भरी हो धरा प्यास बुझाती मन... Hindi · हाइकु 70 732 Share DR.MDHU TRIVEDI 25 Jul 2016 · 1 min read गुजर (हाइकू) गुजर होती न हो पाये बसर पेट भरता बूझे न भूख महँगाई इतनी कि बस रोटी नसीब होती साग बिन खा लेता हाल है यह देख अमीर पाल लेता हूँ... Hindi · हाइकु 72 2 599 Share