Dr ShivAditya Sharma Tag: बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Dr ShivAditya Sharma 11 Jan 2017 · 1 min read बेटियां ना मुक्तक छंद बेटियां होती है वो कोहिनूर जो अपनी होकर भी गैरों के घर रहती है जिम्मेदारी निभाती हैं निस्वार्थ अविरल धारा जैसे गंगा की बहती है मां बेटी बहन पत्नी कितने... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 1 1k Share