डॉ. हीरालाल प्रजापति Tag: ग़ज़ल/गीतिका 3 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid डॉ. हीरालाल प्रजापति 12 Mar 2017 · 1 min read मुक्त-ग़ज़ल : पूछना तुम तीन होली में ॥ उसका मन इस बार हम बन दीन होली में ॥ दान ले लेंगे या लेंगे छीन होली में ॥ श्वेत हों या श्याम हों ; कितने भी हों बेरंग ,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 566 Share डॉ. हीरालाल प्रजापति 5 Mar 2017 · 1 min read *मुक्त-ग़ज़ल : दिल लगाने चल पड़ा हूँ मैं ॥ हथेली पर ही सरसों को जमाने चल पड़ा हूँ मैं ॥ कि बिन पिघलाए पत्थर को बहाने चल पड़ा हूँ मैं ॥ नहीं हैं आँखें जिसकी और न जिसके कान... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 835 Share डॉ. हीरालाल प्रजापति 19 Feb 2017 · 1 min read *मुक्त-ग़ज़ल : रावण भी रहता है मुझमें !! तू क्या जाने क्या है मुझमें ? सिंह है या चूहा है मुझमें !! इत सीतापति बसते हैं उत , रावण भी रहता है मुझमें !! बूढ़ा हूँ पर सच... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 355 Share