बबीता अग्रवाल #कँवल Tag: कविता 3 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid बबीता अग्रवाल #कँवल 2 Nov 2018 · 1 min read माँ मेरी मां हैं जो हमेशा मुझमें जिया करतीं हैं वो शज़र बनके मुझे छावँ दिया करती है माँ की सूई तो नुकीली भी नही होती कभी जाने कैसे वो ये... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 17 78 1k Share बबीता अग्रवाल #कँवल 11 Mar 2017 · 1 min read होली हुड़दंग त्यौहार में त्यौहार है होली का त्यौहार हैं लाल पिला हरा नीला रंगों का त्यौहार है धमा-चौकड़ी रंग-बिरंगी सभी करे धमाल हैं सभी के तो मन को भाये फाल्गुन का... Hindi · कविता 4 1 746 Share बबीता अग्रवाल #कँवल 10 Dec 2016 · 1 min read नारी तेरी व्यथा अनमोल सुरक्षित नहीं थी इस जहां में हो गई माँ की कोख असुरक्षित || छीप ही गया है बचपन तेरा खनखनाहट भी खो गयी हैं तेरी || लुट जाती सरेआम है... Hindi · कविता 1 467 Share