आशीष त्रिवेदी Tag: कहानी 9 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid आशीष त्रिवेदी 20 Jan 2017 · 3 min read जीवन धारा जब मि . गुप्ता ने कैफे में प्रवेश किया तब मि . खान और मसंद का ठहाका उनके कानों में पड़ा। उन्हें देखकर मि .खान बोले " आओ भाई सुभाष... Hindi · कहानी 254 Share आशीष त्रिवेदी 7 Jan 2017 · 3 min read मान विभा के माथे पर सदैव सिंदूरी बिंदी सजी रहती थी. वह बड़े चाव से इसे लगाती थी. उसके लिए यह प्रतीक थी उसके सुखी वैवाहिक जीवन की. उसके प्रेम की... Hindi · कहानी 2 544 Share आशीष त्रिवेदी 27 Dec 2016 · 3 min read हवेली वृंदा जिस समय हवेली पहुँची वह दिन और रात के मिलन का काल था. उजाले और अंधेरे ने मिलकर हर एक वस्तु को धुंधलके की चादर से ढंक कर रहस्यमय... Hindi · कहानी 561 Share आशीष त्रिवेदी 26 Dec 2016 · 2 min read लकीर इन गलियों में रमन ने पहली बार कदम रखा था। मेकअप लगाये झरोखों से झांकते चहरे जो हाव भाव से उसे अपनी ओर खींचने का प्रयास कर रहे थे। संभावित... Hindi · कहानी 302 Share आशीष त्रिवेदी 26 Dec 2016 · 2 min read वेलकम होम कार तेज़ी से अपने गंतव्य की ओर बढ़ रही थी। कार की पिछली सीट पर रोहन उदास बैठा था। वह अपने दादा जी के घर जा रहा था। उन दादा... Hindi · कहानी 528 Share आशीष त्रिवेदी 22 Dec 2016 · 3 min read खुशियों का खजाना बात तकरीबन बीस वर्ष पुरानी है। यह मोहल्ला लोअर मिडिल क्लास लोगों का था। जिनकी आमदनी छोटी किन्तु ख्वाहिशें बड़ी थीं। मोहल्ले में एक चीज़ की चर्चा बड़े ज़ोरों पर... Hindi · कहानी 381 Share आशीष त्रिवेदी 6 Dec 2016 · 6 min read कागज़ की कश्ती आज कुछ बच्चों को कागज़ की नाव चलाते देख कर मुझे मेरा बचपन याद आ गया. मेरा गांव का घर और उसका आंगन. आंगन में भागता मैं और मुझे पकड़ने... Hindi · कहानी 370 Share आशीष त्रिवेदी 4 Dec 2016 · 3 min read कैसे कैसे रंग दरवाज़ा खोला तो सामने जो शख्स खड़ा था कुछ पहचाना सा लगा। याद करने का प्रयास कर ही रहा था की वही बोल पड़ा " क्या हुआ पहचाना नहीं मैं... Hindi · कहानी 380 Share आशीष त्रिवेदी 4 Dec 2016 · 4 min read सौर दिनेश को आज घर लौटने में देर हो गयी थी। जूते उतार कर वह पलंग पर लेट गया। वह बहुत थका हुआ था। आज का दिन अच्छा नहीं बीता था... Hindi · कहानी 293 Share