Narendra Verma Tag: ग़ज़ल/गीतिका 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Narendra Verma 2 Jan 2018 · 1 min read आदमी एक अनजानी सुरंग सा हो गया है आदमी कोई लूले अंग सा हो गया है आदमी काटता मिलकर गला क्या अजब फितरत हुई एक उड़ती सी पतंग सा हो गया... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 593 Share