कवि प्रवीण प्रजापति प्रखर Tag: ग़ज़ल/गीतिका 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid कवि प्रवीण प्रजापति प्रखर 9 Jan 2019 · 1 min read अंतरम से मनुहार / प्रवीण प्रजापति रूठूँ कैसे तुमसे सजनी तुम ना करते मनुहार प्रेम है फीका बिन इसके ज्यूँ जल बिना मछली ..... पागल प्रेमी बन के राह निहारूं तुम खुद ही बढ़ आओगी प्रेम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 408 Share